दागी सुरेश कलमाड़ी और अभय चौटाला बने IOA के लाइफटाइम प्रेजिडेंट, खेल मंत्री हैरान
इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (आईओए) की मंगलवार (27 दिसंबर) को चेन्नई में हुई वार्षिक आम सभा (एजीएम) में दागी सुरेश कलमाड़ी और आईएनएलडी के सीनियर लीडर नेता अभय सिंह चौटाला को लाइफटाइम प्रेजिडेंट चुना गया है।
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चेन्नई: इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन (आईओए) की मंगलवार (27 दिसंबर) को चेन्नई में हुई वार्षिक आम सभा (एजीएम) में दागी सुरेश कलमाड़ी और इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) प्रमुख ओमप्रकाश चौटाला के बेटे अभय चौटाला को लाइफटाइम प्रेजिडेंट चुना गया है। इसका प्रस्ताव इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन के संयुक्त सचिव राकेश गुप्ता ने रखा। जिसे मीटिंग में मौजूद 150 लोगों ने सर्वसम्मति से पारित कर दिया। इस फैसले पर खेल मंत्रालय ने हैरानी जताई है।
क्या है सुरेश कलमाड़ी पर आरोप ?
-साल 1996 से साल 2011 तक आईओए के प्रेसिडेंट रहे सुरेश कलमाड़ी को साल 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाले में 10 महीने की जेल भी हुई थी।
-जिसके बाद वह जमानत पर रिहा हो गए।
-कलमाड़ी पर आरोप है कि उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान एक स्विस फर्म को टाइमिंग इक्युमेंट के लिए 141 करोड़ के ठेके दिए थे।
-इस मामले में उनके साथ ललित भनोट और वीके. वर्मा के नाम भी सामने आए थे।
-इन दोनों को भी अरेस्ट किया गया था।
कांग्रेस के सांसद भी रह चुके हैं कलमाड़ी
-72 साल के कलमाड़ी कांग्रेस के सांसद भी रह चुके हैं।
-कलमाड़ी 2000 से 2013 तक एशियन एथेलैटिक्स एसोसिएशन के भी प्रेसिडेंट रह चुके हैं।
-पिछले साल ही उन्हें एशियन एथेलैटिक्स एसोसिएशन का लाइफ टाइम प्रेसिडेंट बनाया गया था।
क्या है अभय चौटाला पर आरोप ?
-अभय चौटाला दिसंबर 2012 से फरवरी 2014 तक आईओए प्रेसिडेंट रहे।
-उस समय अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति ने चुनावों में आईओए को निलंबित कर रखा था।
-ऐसा इसलिए क्योंकि उसने चुनावों में ऐसे उम्मीद्वार उतारे थे, जिनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल थे।
-आईओए प्रेसिडेंट के रूप में उनके चुनाव को आईओसी ने रद्द कर दिया था।
-आईओए संविधान में संशोधन करने के बाद ही आईओसी ने फरवरी 2014 में निलंबन हटाया।
-चौटाला के खिलाफ आय से ज्यादा संपत्ति का केस चल रहा है।
-चौटाला लगातार 12 साल तक भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के प्रेसिडेंट भी रहे हैं।
-अभय सिंह चौटाला इस समय हरियाणा ओलिंपिक संघ के प्रेसिडेंट हैं।
केंद्रीय खेल मंत्री ने जताई नाराजगी
-केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा कि वह इस फैसले से हैरान हैं।
-विजय गोयल ने कहा कि यह फैसला हमें पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
-ये दोनों आपराधिक और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं।
-उन्होंने इस बाबत इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
-रिपोर्ट मिलने के बाद स्थिति की समीक्षा की जाएगी और फैसला लिया जाएगा।