नई दिल्ली : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज सितंबर के अंत में शुरू होने वाले संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) सत्र से इतर अपने पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी से मुलाकात करेंगी। बीते तीन वर्षो में दोनों पड़ोसी देशों की यह पहली उच्चस्तरीय मुलाकात होगी।
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, "मैं पुष्टि कर रहा हूं कि पाकिस्तान की तरफ से मुलाकात के आग्रह के बाद दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की मुलाकात आपस में तय किए गए तिथि और समय के अनुसार यूएनजीए से इतर होगी।"
उन्होंने कहा, "हम हाल ही में बैठक के लिए सहमत हुए हैं। भारत व पाकिस्तान के स्थायी मिशन साथ मिलकर इस बारे में काम करेंगे। वार्ता में क्या चर्चा होगी, इसे जानने के लिए हमें बैठक होने तक इंतजार करना होगा।"
आपको बता दें, यह पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वार्ता को फिर से शुरू करने के संबंध में लिखे पत्र और दोनों विदेश मंत्रियों के बीच यूएनजीए से इतर मुलाकात करने की सलाह के बाद हुआ है। इसके साथ कुरैशी ने भी सुषमा स्वराज को इस संबंध में पत्र लिखा था, जिसके बाद यह फैसला लिया गया।
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कुमार ने कहा कि यह बस एक मुलाकात है और इस समय इस बारे में ज्यादा कुछ कहे जाने के लिए नहीं है।
कुमार ने यह भी खुलासा किया कि भारत ने पुष्टि की है कि वह दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (दक्षेस) के विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "दक्षेस प्रक्रिया की मौजूदा नीति जारी रहेगी। मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई बदलाव होगा।"
यह पूछे जाने पर कि क्या न्यूयार्क में विदेश मंत्रियों के बीच बैठक, वार्ता प्रक्रिया की फिर से शुरुआत है, उन्होंने दोहराया कि उन्होंने (पाकिस्तान ने) बैठक का आग्रह किया और हमने विवरण पर चर्चा नहीं की है।
बीएसएफ जवान के साथ बर्बरता किए जाने की रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह जघन्य घटना है और बीएसएफ ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष को इस बारे में कड़ा रुख जताते हुए पत्र लिखा है।
उन्होंने कहा, "यह गंभीर मामला है और हम इसे पाकिस्तान के समक्ष उठाएंगे।"