लखनऊ: टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) लखनऊ को बाय-बाय कहने की तैयारी में है। लखनऊ सेंटर में काम कर रहे कर्मचारियों का दावा है कि उन्हें उनके टीम लीडर्स ने मौखिक तौर पर बुधवार को बता दिया कि जल्द ही यहां से काम समेटा जा रहा है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया की खबर के मुताबिक साल के अंत तक कंपनी अपने ज्यादातर प्रॉजेक्ट्स दूसरी जगह शिफ्ट कर देगी।
इस खबर के आते ही अब लखनऊ में काम करने वाले कर्मचारियों ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है। साथ ही उन्होंने पीएम मोदी, केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिक मंत्री रवि शंकर प्रसाद और प्रदेश सरकार के उप-मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा को भी पत्र लिखा है।
33 साल पहले 50 लोगों से शुरू हुआ था दफ्तर
बता दें, कि टीसीएस का स्थानीय दफ्तर 33 साल पहले खोला गया था। शुरुआती दौर में यहां महज 50 कर्मचारी काम करते थे। मौजूदा समय में करीब 1,700 अधिकारी और कर्मचारी काम कर रहे हैं। इनके अलावा करीब 500 लोग हाउस कीपिंग, सिक्युरिटी सहित दूसरे कामों से जुड़े हैं।
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कंसॉलिडेशन होना है
अख़बार के मुताबिक, कंपनी के एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, कि 'कंसॉलिडेशन किया जाना है। लखनऊ के कर्मचारियों और उनके प्रॉजेक्ट्स को दूसरे ऑफिस में शिफ्ट किया जाएगा। कर्मचारियों में कंपनी के फैसले को लेकर असंतोष है। उनका कहना है कि पारिवारिक परिस्थितियों के कारण वे दूसरे शहर नहीं जा सकते।'
छिड़ा हैशटैग वॉर
कंपनी के कर्मचारी खुलकर तो सामने नहीं आ रहे हैं, लेकिन ट्विटर पर हैशटैग वॉर छेड़ दी है। #savetcslko के हैशटैग के साथ एक पत्र भी ट्विटर पर पोस्ट किया गया है।