पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के रिश्तेदारों पर सृजन घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया है। तेजस्वी ने गुरुवार को ट्विटर के जरिए कई बैंक खातों के डिटेल साझा करते हुए दावा किया कि सुशील मोदी के रिश्तेदार रेखा मोदी और उर्वशी मोदी के बैंक खातों में भी सृजन घोटाले के पैसे डाले गए हैं।
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सरकार के सामने हुआ 2500 करोड़ का घोटाला
तेजस्वी ने कई दस्तावेजों को साझा करते हुए सवालिया लहजे में कहा, "सरकार के सामने 2,500 करोड़ रुपये का सृजन घोटाला हुआ। क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और वित्तमंत्री सुशील मोदी को इसकी जानकारी नहीं होगी? उन्होंने रिजर्व बैंक और वित्त मंत्रालय में इसकी शिकायत क्यों नहीं की?"
एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) पर प्रश्न उठाया और कहा कि 2,500 करोड़ रुपये के सृजन घोटाले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुशील मोदी का नाम सीधे रूप से जुड़ा है, लेकिन सीबीआई इन लोगों से सवाल क्यों नहीं कर रही है?
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "मेरे पास सभी सबूत हैं। मैं साबित कर सकता हूं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घोटाले की जानकारी थी, जिसके बावजूद लूट होती रही और वह आंख बंद किए रहे। इसमें पार्टी के नेता सीधे रूप से जुड़े थे और फंडिंग जारी थी।"
हालांकि, इस संबंध में तेजस्वी ने कोई दस्तावेज साझा नहीं किए।
मीडिया से किया आग्रह
तेजस्वी ने मीडिया घरानों से भी आग्रह किया है कि राज्य में सृजन घोटाले में भ्रष्टाचार और लूट हुई है, जिसमें मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, भाजपा, जद (यू) के मंत्री और नेताओं की भागीदारी के सबूत हैं।
उल्लेखनीय है कि इस कथित घोटाले में कई सरकारी विभागों की रकम सीधे विभागीय खातों में न जाकर या वहां से निकालकर 'सृजन महिला विकास सहयोग समिति' नामक एक स्वयंसेवी संस्था के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी जाती थी। इस घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है।
गौरतलब है कि बुधवार को सुशील मोदी ने लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी पर आरोप लगाते हुए खुलासा किया था कि वह करोड़ों रुपये के लोहे का व्यापार करते हैं।
मोदी ने कहा कि तेजस्वी केवल 750 करोड़ रुपये का मॉल ही नहीं बनवा रहे थे, बल्कि वह लारा एंड संस नामक आयरन और स्टील बेचने वाले प्रतिष्ठान के मालिक भी हैं।
उन्होंने कई दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए कहा कि तेजस्वी ने इसकी जानकारी चुनाव आयोग से भी छिपाई है।