आगरा: दुनिया के सात अजूबों में से एक ताजमहल को मोहब्बत की निशानी समझा जाता है, लेकिन इसके पास ही रहने वाले करीब दो हजार युवाओं और युवतियों को इस प्यार के मंदिर से नफरत हैं। ये सभी ताजमहल के आसपास स्थित उन पांच गांवों में रहते हैं, जहां रहने वाले इन युवाओं की इस ताजमहल की वजह से शादी नहीं हो रही है। दरअसल, ताजमहल के पूर्वीगेट के पास स्थित गांव अहमद बुखारी, नगला पैमा, गढ़ी बंगस, नगला,नगला तलफी को ताजमहल की वजह से कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
क्यों नहीं हो पा रहीं शादियां
-सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक, ताजमहल की सुरक्षा और प्रदूषण से हो रहे दुष्प्रभाव की वजह से पांच सौ मीटर की दूरी के भीतर बिना अनुमति के कोई गाड़ी नहीं आ सकती है।
-इन गांव में आने-जाने वालों की कड़ी तलाशी ली जाती है।
-ग्रामीणों के घर बाहर से आने वाले रिश्तेदारों को डेढ़ से दो किलोमीटर पैदल चलकर जाना पड़ता है।
-इसी वजह से कोई भी इन पांच गावों में अपनी बेटी या बेटे की शादी नहीं करना चाहता है।
-इन पांच गांवों में रास्ते की बंदिशों के चलते दस सालों से शादियां न के बराबर हो रही हैं और जो हुई भी है वो गांव से बाहर।
-हर किसी के लिए गांव से बाहर जाकर शादी करना मुमकिन नही है, अगर वहां के ग्रामीण तैयार भी होते हैं तो रिश्तेदार इसके लिए तैयार नहीं होता।
-ऐसे में इन पांच गांवों में हालात ये है कि तकरीबन दो हजार से ज्यादा कुंवारे हैं।
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मुख्यमंत्री से भी कर चुके हैं शिकायत
-गांव में करीब दो हजार युवक-युवतियां कुंवारे हैं। कोई भी अपनी रिश्तेदारी इस गांव से जोड़ना नहीं चाहता।
-ऐसे में यहां के ग्रामीण परेशान हैं तो युवाओं में ताजमहल को लेकर गुस्सा और नफरत।
-ऐसा नहीं है कि इसका हल निकालने के लिए ग्रामीणों ने कोशिश या पहल न की हो।
-गांव के लोग स्थानीय प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायत कर चुके हैं, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
-रास्ते की समस्या की वजह से इन गांवों में ना कोई स्कूल है और ना ही कोई स्वास्थ्य केंद्र।
-कई बार तो सही समय पर इलाज ना मिलने की वजह से कई हादसे भी हो चुके हैं। बावजूद इसके सरकार और प्रशासन की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया गया।
ताज महल की वजह से टूटते हैं रिश्ते
-नगला पैमा के 34 साल के अशोक कहते हैं कि उनकी शादी तय हो गई थी, लेकिन बाद में टूट गई।
-रिश्ता करने वालों ने कहा कि जब उन्हें आने में इतनी दिक्कत हो रही है तो बेटी को कैसे भेजेंगे।
-वहीं, रिजवान का हाल भी कुछ ऐसा ही है। गांव के इमरान 38 साल के कुंवारे हैं।
-उन्होंने बताया, दो बहनों की शादी गांव के बाहर सामूहिक विवाह सम्मेलन में करा दी, लेकिन खुद की शादी नहीं हो पा रही है। रास्ते की समस्या की वजह से कोई भी लड़की वाला तैयार नहीं हो रहा है।
-अजय, रामवीर, मुकेश, सत्यम, लवकुश, आरती, शांति, पुष्पा, रोली जैसे युवक-युवतियों के लिए शादी बस एक सपना बन कर रह गई है।
इन पांचों गांवों में दो सौ से अधिक युवतियों की शादी रुकी हुई है।