नई दिल्ली: तीन तलाक बिल फिलहाल सियासत की भेंट चढ़ गया। भारी शोर शराबे के बीच लोकसभा और राज्यसभा की कार्रवाई शुक्रवार (05 जनवरी) को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई। बता दें, कि आज चालू सत्र का आखिरी दिन था। मगर विपक्ष अपनी मांग पर अड़े रहे और सरकार पीछे हटने के मूड में नहीं दिखी। ऐसे में यह बिल फिलहाल तो लटक गया है।
बता दें, कि लोकसभा से पास तीन तलाक बिल को विपक्ष सिलेक्ट कमिटी के पास भेजने पर अड़ा था। दूसरी तरफ, सरकार इस पर झुकने को बिलकुल भी तैयार नहीं थी। पीएम मोदी ने भी इस मुद्दे को लेकर अपने मंत्रियों से मुलाकात की थी। अब इस बिल पर बजट सत्र तक का इंतजार करना पड़ेगा।
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विपक्ष इसलिए चाहती है सिलेक्ट कमिटी के पास
विपक्ष इस बिल को सिलेक्ट कमिटी के पास इसलिए भेजने पर अड़ा था, क्योंकि इस कमिटी में भी विपक्ष ही हावी रहेगा। इसका मतलब है कि संशोधनों पर उसका जोर रहेगा। यदि इन संशोधनों को राज्यसभा में मंजूर किया जाता है तो बिल को फिर लोकसभा के पास भेजा जाएगा। ऐसे में बिल पास कराने की प्रक्रिया लंबी खिंच सकती है। वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने 22 फरवरी तक इसे कानून बनाने के लिए कहा है।
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जेटली- विपक्ष ने बिल को लटकाने का मन बनाया है
इससे पहले राज्यसभा में चर्चा के दौरान अरुण जेटली ने कहा था, कि 'विपक्ष ने सिलेक्ट कमिटी के लिए जिन सांसदों का नाम आगे किया है, वे इस बिल को पूरी तरह खत्म करन देना चाहते हैं। कमिटी के लिए सुझाए गए नाम पूरे सदन का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।' उन्होंने ये भी कहा कि विपक्ष पहले से ही इस बिल को लटकाने का मन बना चुकी है।
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