श्रीनगर: जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में शनिवार को आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो आतंकवादियों के मारे जाने के बाद इलाके में विरोध प्रदर्शन होने लगा, जिसमें एक नागरिक की मौत हो गई। आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच लिट्टर गांव में हुई मुठभेड़ में इसी गांव का नसीर मीर और शोपियां जिले का रहने वाला एलईटी का जिला कमांडर वसीम शाह उर्फ उस्मान मारा गया।
आतंकवादियों के मरने की खबर फैलने के तुरंत बाद मस्जिदों में सार्वजनिक संबोधन करके लोगों से घर से बाहर आने और विरोध प्रदर्शन करने की घोषणाएं की गई।
इसके बाद गांव और उसके आसपास से प्रदर्शनकारी बड़ी संख्या में एकत्र हो गए और सुरक्षा बलों पर पत्थरबाजी करने लगे और इस्लाम के समर्थन में नारे लगाने लगे। इस दौरान कई प्रदर्शनकारी घायल भी हुए।
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मृतक प्रदर्शनकारी की पहचान गुलजार अहमद मीर के रूप में हुई है जिसे गोली लगने के बाद तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालांकि, इसके बाद चिकित्सकों ने उसे इलाज के लिए श्रीनगर भेज दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, "घायल को गंभीर हालत में एसएमएचएस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।"
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इन झड़पों में एक दर्जन से अधिक प्रदर्शनकारी घायल हो गए। गोली लगने से घायल हुए एक और व्यक्ति को श्रीनगर भेजा गया। इलाके से मिली खबरों के अनुसार, कम से कम तीन और लोग पेलेट गन से जख्मी हुए हैं।
लिट्टर गांव में आतंकियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी के आधार पर सुरक्षा बलों ने तड़के अभियान की शुरुआत की थी।
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सुरक्षा बलों को करीब आते देख आतंकवादियों ने उन पर गोलियां चलानी शुरू कर दीं, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की।
मुठभेड़ वाले स्थान से एक एके-47 और एक एके-राइफल के साथ छह मैगजीन बरामद हुई हैं।
-आईएएनएस