मुंबई : संयुक्त राष्ट्र दिवालिया होने की दहलीज पर खड़ा है। जी हां! सही पढ़ा आपने। यूएन इस समय पैसों की कमी से जूझ रहा है। इस मुसीबत से निकलने के लिए यूएन ने अपने सभी मेंबर्स को वार्निग दी है कि सभी देश अपना अनिवार्य नियमित बजट जल्द से जल्द भेजें।
संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटेनियो गुटेरेस ने सभी सदस्य देशों को चिट्टी लिख कहा कि संगठन को सदस्य राष्ट्रों द्वारा मिलने वाले नियमित अनुदान राशि में देरी होने की वजह से संगठन पैसों की किल्लत से जूझ रहा है। किसी कैलेंडर वर्ष में यूएन को पैसों की इतनी कमी नहीं हुई थी।
गुटेरेस ने ये चिट्ठी 26 जुलाई को अपने 112 सदस्य देशों को लिखी।
आपको बता दें, इंडिया ने 29 जनवरी तक 17.91 मिलियन डॉलर का अपना अनिवार्य अनुदान जमा कर दिया था।
सूडान, सीरिया, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, ब्राजील, इजिप्ट, इजरायल, पाकिस्तान, सऊदी अरब, अमेरिका और जिम्बाब्वे सहित अब तक कुल 81 देशों ने अनिवार्य अनुदान राशि का भुगतान नहीं किया है।