लखनऊ: उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग (UPSERC) के चेयरमैन एसके अग्रवाल ने गुरुवार (30 नवंबर) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिजली की नई दरों बताया। उन्होंने कहा, यूपी में विद्युत अधिनियम 2003 के हिसाब से बिजली की दरों में 12 फीसदी का इजाफा हुआ है।
इस दौरान अग्रवाल ने कहा, आयोग ने कई तरह के बदलाव किए हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि इन बदलावों से यूपीपीसीएल को अगले साल 31 मार्च तक 2,112 करोड़ रुपए का फायदा होगा। साथ ही उन्होंने स्वीकारा, अगर यही बदलाव पहले किए जाते तो 6,800 करोड़ का फायदा होता ।।
एसके अग्रवाल ने कहा, कि ग्रमीण क्षेत्रों में 100 यूनिट बिजली के इस्तेमाल पर अब 150 रुपए देने होंगे। जबकि 100 से 150 यूनिट के इस्तेमाल पर 3 रुपए 50 पैसे, 150 यूनिट से ऊपर इस्तेमाल पर 4 रुपए 50 पैसे देने होंगे। वहीं, अगर किसी ग्राहक द्वारा 500 यूनिट से ऊपर इस्तेमाल किया जाता है तो उसे 5 रुपए प्रति यूनिट देने होंगे।
ये होंगी शहरी दरें
वहीं, अब शहरी क्षेत्रों में 150 यूनिट बिजली के इस्तेमाल पर 4 रुपए 90 पैसे देने होंगे। जबकि 150 से 300 यूनिट तक के इस्तेमाल पर 5 रुपए 40 पैसे उपभोक्ता को देने होंगे। 300 से 500 यूनिट तक के बिजली इस्तेमाल पर 6 रुपए 20 पैसे देने होंगे। जबकि 500 यूनिट से ऊपर की खपत पर 6 रुपए 50 पैसे की दर से बिल का भुगतान करना होगा।
शहरी इलाकों में 100 रुपए होगा फिक्स चार्ज
एसके अग्रवाल ने कहा, कि 300 से 1,000 यूनिट से ज्यादा का उपभोग करने वाले उपभोक्ताओं को 7.95 से 8.30 रुपए प्रति यूनिट का भुगतान करना होगा। अग्रवाल ने कहा, कि शहरी इलाकों में 100 रुपए फिक्स चार्ज होगा। यह किसी भी उपभोक्ता को देना अनिवार्य होगा। दफ्तरों के लिए लिए 7 रुपए से 7.80 रुपए प्रति यूनिट चार्ज है।
अग्रवाल बोले, उनकी प्राथमिकता में किसान हैं। उन्होंने कहा, किसान भी मीटर लगवाएं ये हमारी प्राथमिकता है।
अन्य मुख्य बातें
-1,000 यूनिट से ज्यादा इस्तेमाल करने वाले सरकारी दफ्तर से 7.20 से 8.10 रुपए प्रति यूनिट लिया जाएगा।
-2,000 यूनिट से ऊपर खपत करने वाले दफ्तरों को अब 7.40 से 8.30 रुपए प्रति यूनिट देना होगा।
-अनाथालय और शेल्टर होम को अब 200-300 रुपए कम चुकाने होंगे, क्योंकि वो डोमेस्टिक कनेक्शन की श्रेणी में आते हैं।
-जो कस्टमर सोलर वाटर हीटर का प्रयोग करेगा, उसे 100 रुपए की छूट मिलेगी।
-अगर कोई कस्टमर एडवांस पैसा जमा करेगा, तो उसे ब्याज मिलेंगे।
-पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम अंडर ग्राउंड केबलिंग के काम को एक वर्ष के रिकॉर्ड समय में पूरा करेंगे।
-उससे पहले काम पूरा करने का टारगेट रखा गया है।
ये भी कहा अग्रवाल ने
-अग्रवाल ने कहा, उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए उनकी दरों में कोई परिवर्तन नही किया गया है।
-चैयरमैन का दावा है कि अभी 1 करोड़ 20 लाख पंजीकृत उपभोक्ता हैं, जो बढ़कर 2018-19 में 4 करोड़ तक हो जाएगी।
-उन्होंने कहा, हम गरीब परिवारों को मुफ्त में बिजली दे रहे हैं।
-विद्युत् नियामक आयोग की मजबूरी है दरों में इजाफा करना।
-लागत में वृद्धि के कारण दरों में 15 प्रतिशत तक बढ़ोतरी की जा रही है।
-राज्य सरकार चाहे तो धारा- 65 के तहत अनुदान दे सकती है।
-उन्होंने बताया, सितंबर में 53 हजार करोड़ का ऋण था, जिसमें 13 प्रतिशत का ब्याज पड़ता था।
-पुराने नुकसान को भरने के लिए राज्य सरकार ने 40 हजार करोड़ भरने की बात कही है।
-अब 13 हजार करोड़ रुपए का ऋण है। उस पर ब्याज 8 से 9 प्रतिशत हो गया है।