नई दिल्ली: भारतीय प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दोस्ती का असर अब साफ दिखने लगा है, जिसकी वजह से पाकिस्तान और चीन की मुश्किल बढ़ गई हैं। पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने के लिए अमेरिका ने एक बार फिर संदेश दिया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जहां इंडिया के साथ संबंधों को मजबूत करने की बात कही है, तो दूसरी तरफ अफगानिस्तान की अभी और मदद का आश्वासन भी दिया।
सोमवार को डोनाल्ड ट्रंप ने अपने भाषण में पाकिस्तान को डायरेक्टली संदेश देते हुए कहा कि अब टाइम आ गया है कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की के कमिटमेंट को अमली जामा पहना कर दिखाए। वहीं अमेरिकी लोग बिना जीत के ही युद्ध से थक चुके हैं।
ट्रंप ने पाकिस्तान पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कहा, "एक ओर पाकिस्तानी नागरिक आतंकवाद झेल रहे हैं। लेकिन उसी समय पाकिस्तान आतंकवादियों के लिए सुरक्षित स्वर्ग बना हुआ है। "
ट्रंप ने अफगानिस्तान पर अपनी नीति स्पष्ट करते हुए कहा कि हम इंडिया के साथ गहरे कूटनीतिक संबंध बनाने के साथ अफगानिस्तान की और मदद करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि इंडिया ने अमेरिका के साथ व्यापार में अरबों डॉलर बनाए हैं। अब हम उनसे चाहते हैं कि वे अफगानिस्तान में हमारी हेल्प करें।
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और क्या बोले ट्रंप
-हम इराक में अपने पूर्व नेताओं द्वारा की गई गलतियों को नहीं दोहराने वाले।
-आतंकवादी सिर्फ ठग, अपराधी और दरिंदे हैं।
-जल्दबाजी में निकल जाने पर एक वैक्यूम बनेगा, जिसे ISIS और अलकायदा तेजी से भरेंगे जिस तरह यह 11 सितंबर से पहले हुआ था।
-पाकिस्तान अफगानिस्तान में हमारे प्रयासों की मदद से काफी लाभ कमा सकता है।
बता दें कि अमेरिकन सरकार पहले ही पाकिस्तान को दुनिया भर में दहशतगर्दी और आतंक फैलाने के लिए जिम्मेदार करार चुकी है। हाफिज सईद को अमेरिका पहले ही वैश्विक आतंकवादी घोषित कर चुका है। अमेरिका की तरफ से मिलने वाली आर्थिक मदद पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।