लखनऊ: इलाहाबाद में युवक हत्याकांड और सीएम योगी के बयान पर विधान सभा में भी शोर-शराबा जारी रहा। सरकार की तरफ से मोहसिन रजा जवाब देने खड़े हुए। उन्होंने कहा समाजवादी पार्टी की बुनियाद को जनता जानती है। ये लोग मुद्दाविहीन हैं। हम जवाब लेकर आते हैं और वो सदन में हंगामा करते हैं। हमलोग प्रदेश में भयमुक्त वातावरण दे रहे हैं। सपा हमें नैतिकता का पाठ न पढ़ाए।' हंगामे के चलते विधानसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित की गई।
योगी सरकार में मंत्री मोहसिन रजा यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा, सपा सरकार अपने समय में आतंकवादियों के मुकदमे वापस लेती रही है। ये लोग सदन को छोड़कर भाग रहे हैं। इन लोगों के पास ना कोई सवाल है और ना ही जवाब सुनने की क्षमता।
'सीएम को बताना होगा वह गन कहां से आई थी'
बावजूद इसके विधानसभा में सपा विधायकों का विरोध जारी रहा। सपा विधायक वेल में आकर नारेबाजी करने लगे। सीएम योगी के समाजवाद और आतंकवाद वाले बयान को सपा विधायकों का हंगामा जारी रहा। सपा विधायक वेल में ही बैठ गए। इसके बाद सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। सपा के सुनील साजन ने सीएम से सवालिए लहजे में पूछा, कि 'गांधीजी की हत्या जिस गन से हुई थी सीएम को बताना होगा वह कहां से आई थी।'
जाति विशेष पर बजट खर्च करती थी सपा
इसके बाद सरकार में मंत्री सुरेश खन्ना ने सदन में समाजवादी पार्टी को याद दिलाया कि कभी सिमी जैसे संगठन को उन्होंने ही क्लीनचिट दी थी। उन्होंने कहा, अपने समय में सपा सरकार जाति विशेष पर बजट खर्च करती थी। इसके बाद एक बार फिर सदन में हंगामा हुआ।
बसपा ने की 20 लाख मुआवजे की मांग
वहीं, बसपा ने इलाहाबाद में दलित छात्र की हत्या मामले में नियम- 56 के तहत मुद्दा उठाना चाहते थे। बसपा के लालजी वर्मा ने कहा, प्रदेश में क़ानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है, इलाहाबाद नज़ीर है। प्रशासन दलित की हत्या पर मौन रहा। लालजी वर्मा ने मृतक के परिजनों को 20 लाख देने की मांग की।
सब काम नियमों के खिलाफ करते हैं
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना का बयान भी आया। उन्होंने कहा, 'सरकार सदन चलाना चाहती है। राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होनी थी। आज भी कार्यवाही को बाधित किया गया। उन्होंने कहा, नेता विरोधी को संबोधित करते हुए कहा, समाचार पत्रों में छपी खबरों पर सदन संज्ञान नहीं लेता। यह पुरानी परंपरा है। यह सब नियमों के खिलाफ काम करते हैं।'
'चेले' और 'वंशवाद' का अंतर ही इन्हें नहीं पता
सुरेश खन्ना ने कहा, सिमी को सामाजिक संगठन इन्हीं लोगों ने कहा था। लोहिया जी की प्रशंसा सीएम ने सदन में की थी। वो समाजवाद के विरोधी नहीं हैं। उनका विरोध एक परिवार के खिलाफ था। लगता है नेता प्रतिपक्ष वंशवाद का मतलब नहीं जानते। उन्होंने आगे कहा, 'चेले' और 'वंशवाद' का अंतर ही इन्हें नहीं पता है। सपा ने तो वंशवाद में कीर्तिमान स्थापित किया है।
ये कहा कांग्रेस ने
कांग्रेस के विधायक अजय सिंह लल्लू ने कहा, 'सीएम को देश और प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। समाजवाद की विचारधारा सबको साथ लेकर चलने की है। लेकिन सीएम लगातार अमर्यादित बयानबाज़ी कर रहे हैं।'