कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि वह राज्य में अशांति का माहौल पैदा करने के लिए उनकी सरकार के खिलाफ साजिश रच रही है।
ममता ने पूर्वी मिदनापुर जिले के नंदकुमार में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, "राज्य सरकार का निर्वाचन लोग करते हैं, फिर केंद्र सरकार कौन होती है। केंद्र सरकार क्यों राज्य सरकार के खिलाफ साजिश रचती है? हम इसके जवाब की मांग करते हैं।"
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, "केंद्र सरकार से लगातार असहयोग मिल रहा है। न्यायालय के आदेश के बावजूद, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को दार्जिलिंग नहीं भेजा गया।"
ममता ने दावा किया कि उनके सूत्रों के मुताबिक, राज्य के झारग्राम से केंद्रीय सुरक्षाबलों की दो कंपनियों को वापस लेने के लिए केंद्रीय स्तर पर विचार-विमर्श किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, "क्या वे उन क्षेत्रों में भी अशांति पैदा करना चाहते हैं? हम किसी भी कीमत पर ऐसे प्रयास को रोकेंगे।"
ममता ने कहा, "सीमा केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में है। दार्जिलिंग में सीमा की सुरक्षा सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) करती है, जबकि बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) करती है। किसी भी बाहरी व्यक्ति को भीतर आने और उनके द्वारा दंगे जैसे हालात पैदा करने के लिए सीमा को कैसे खोला जा सकता है?"
उन्होंने कहा, "चाहे आप हिंदू, मुस्लिम, सिख या ईसाई हों, आपको उनकी साजिश का शिकार नहीं होना है। उनसे सावधान रहिए। याद रखिये, वे जहां भी जाते हैं, उनका एक ही काम होता है, आग में घी डालना।"
ममता ने कहा कि दूसरे देशों में हुई हिंसा की घटनाओं को बंगाल का बताकर सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाया जा रहा है, ताकि लोगों को भ्रमित किया जा सके।
उन्होंने कहा, "बांग्लादेश के कोमिला की एक घटना को फेसबुक पर बंगाल की घटना बताकर पेश किया गया, जबकि कुछ लोगों ने भोजपुरी फिल्मों की तस्वीरें पोस्ट कीं और उन्हें सच्ची बताने का दावा करते हुए कहा कि बंगाल में हिंसा हो रही है।"
ममता ने कहा, "हम फेसबुक का आदर करते हैं, लेकिन फेकबुक का नहीं।"