लंदन: यूरोपीय यूनियन (ईयू) से बाहर होने का ब्रिटेन का फैसला दुनिया की अर्थव्यवस्था पर विपरीत असर डाल रहा है। ब्रेक्सिट का पलड़ा भारी होते ही भारत सहित दुनियाभर के शेयर बाजारों मेें हाहाकार मच गया। इससे ग्लोबल इक्विटी मार्केट को करीब 2 लाख 10 हजार करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ है।
ये रहा दुनियाभर के बाजार का हाल
-निवेशकों ने शेयर मार्केट से पैसे निकालकर सोने में लगाना शुरू कर दिया है।
-टोक्यो और पेरिस के स्टॉक एक्सचेंज में करीब आठ फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
-फ्रेंकफर्ट में यह आंकड़ा सात फीसदी का रहा।
-लंदन और न्यूयॉर्क के बाजार तीन फीसदी से ज्यादा नीचे रहे।
-भारतीय रुपए का भी बुरा हाल है।
टाटा को एक दिन में लगा 30 हजार करोड़ का झटका
ब्रिटेन के यूरोपीय यूनियन से बाहर निकलने के बाद ब्रिटेन में सबसे ज्यादा निवेशक और कर्मचारी रखने वाली भारतीय कंपनी टाटा को अब दोबारा से व्यापार की नई योजनाओं पर काम करना होगा। यही वजह रही कि जब ब्रिटेन ने यूरोपीय यूनियन से अलग होने का फैसला किया तो टाटा ग्रुप के शेयर जिसमें टाटा मोटर्स, टाटा स्टील और टीसीएस के शेयर 8 प्रतिशत, 6 प्रतिशत और 3 फीसदी की दर से गिरे जिससे कंपनी को एक ही दिन में 30 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
-टाटा की 19 कंपनियां इस समय ब्रिटेन में काम कर रही हैं जिनमें करीब 60 हजार कर्मचारी काम करते हैं।
-टाटा ग्रुप की जगुआर लैंड रोवर को ही अगले चार सालों में यूरोपीय देशों में 1.47 बिलियन डॉलर का कारोबार करना था।
-टाटा स्टील को भी सरकार के बदलने से काफी नुकसान होगा।
-हालांकि डेविड कैमरून सराकर ने बेलिगुरिड यूनिट के 25 फीसदी स्टेक को खरीदने के लिए हामी भर दी है।
-साथ ही कंपनी को कई मिलियन पाउंड की सहायता देने का भी प्रस्ताव दिया है।