Aaj Ka Itihas 25 March 2025: आज के ही दिन समाचारपत्र ‘कलकत्ता गैजेट’ में भारतीय भाषा बांग्ला का पहला विज्ञापन प्रकाशित हुआ था
Aaj Ka Itihas 25 March 2025: आज यानि 25 मार्च को साल दर साल कौन-कौन सी ऐतिहासिक घटनायें घटीं और आज के दिन का क्या ऐतिहासिक महत्त्व है आइये विस्तार से जानते हैं।;
Aaj Ka Itihas 25 March 2025 (Image Credit-Social Media)
Aaj Ka Itihas 25 March 2025: आज यानि 25 मार्च को देश और दुनिया में कई तरह की घटनाएं घटीं जिनका ऐतिहासिक महत्त्व है आज के दिन का हम आपको साल दर साल हुईं इन्हीं महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में हम बताने जा रहे हैं। आज के ही दिन साल 1788 में समाचारपत्र ‘कलकत्ता गैजेट’ में भारतीय भाषा बांग्ला का पहला विज्ञापन प्रकाशित हुआ था वहीँ साल 1896 में यूनान की राजधानी एथेंस में आधुनिक ओलंपिक खेलों की शुरुआत हुई थी साथ ही साल 1898 में स्वामी विवेकानंद ने सिस्टर निवेदिता को ब्रह्मचर्य की दीक्षा दी थी और साल 1995 में विख्यात मुक्केबाज माइक टायसन तीन साल की कैद के बाद जेल से बाहर आए थे। ऐसी ऐतिहासिक घटनाओं के लिए आइये जानते हैं क्या है आज का इतिहास।
आज की ऐतिहासिक व महत्वपूर्ण घटनाएं (Importance and History of 25 March)
- 1668-अमेरिका में पहली बार घुड़दौड़ का आयोजन हुआ था।
- 1788- समाचारपत्र ‘कलकत्ता गैजेट’ में भारतीय भाषा बांग्ला का पहला विज्ञापन प्रकाशित हुआ था।
- 1807 - ब्रिटिश की संसद ने दास व्यापार खत्म कर दिया था।
- 1821- ग्रीस ने तुर्की से स्वतंत्रता हासिल की थी।
- 1883- विश्व के सबसे आधुनिक समुद्र विज्ञान अनुसंधान पोत ‘सागर केन्या’ का जलावतरण हुआ था।
- 1896 - यूनान की राजधानी एथेंस में आधुनिक ओलंपिक खेलों की शुरुआत हुई थी।
- 1898- स्वामी विवेकानंद ने सिस्टर निवेदिता को ब्रह्मचर्य की दीक्षा दी थी।
- 1924 - ग्रीक ने अपने गणतंत्र बनने की घोषणा की थी।
- 1954- देश के पहले हेलीकाप्टर एस-55 को दिल्ली में उतारा गया था।
- 1987- दक्षेस (सार्क) देशों का स्थायी सचिवालय नेपाल की राजधानी काठमांडू में खोला गया था।
- 1988 - अमेरिकी स्पेश एजेंसी नासा ने अंतरिक्ष यान एस 206 का प्रक्षेपण किया था।
- 1995 -विख्यात मुक्केबाज माइक टायसन तीन साल की कैद के बाद जेल से बाहर आए थे।
- 2005-संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सूडान के लिए शांति सेना की मंजूरी दी थी।
- 2017 -राजस्थान के बीकानेर की तनुश्री पारीक देश की पहली सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की महिला अधिकारी बनी थीं।