April Fools Day: आओ, थोड़ा बुद्धू बन जाएं
April Fool Day: एक अप्रैल को मूर्ख दिवस मनाया जाता है। आप भी इस दिन को कुछ इस अलग अंदाज से मनायें।
April Fool Day 2024: जीवन में व्याप्त अनेक तनावों से राहत पाने का एक सरल तरीका है थोड़ा बुद्धू बन जाना. हर जगह अपनी बुद्धि का प्रदर्शन करने से तनाव के अलावा कुछ हासिल नहीं होना है. बेवजह की बहस न करके सामने वाले को बता दें कि वह ज्ञानी है और आप बुद्धू. कार्यस्थल पर बुद्धू बने रहने के अलग फ़ायदे हैं. दूसरों की खुशी की खातिर बुद्धू बन जाने की अलग ही संतुष्टि है.
घर परिवार में शांति और रिश्तों को बनाए रखने के लिए तो बुद्धू बने रहना अनिवार्य है. अहंकार को त्यागने की पहली एक शर्त है बुद्धू या मूर्ख बनना. ज्ञानी बनकर तो कुछ भी सीखना असंभव है. ज्ञान प्राप्ति के लिए मूर्खता ज़रूरी है. किसी की कृपा के लिए भी. आदिकवि कालिदास इसका श्रेष्ठ उदाहरण हैं. एक महामूर्ख से परम विद्वान बनने का उनका सफ़र अनुकरणीय है.
गुरु या इष्ट के समक्ष सर्वोच्च समर्पण से ही सर्वोच्च ज्ञान संभव है. बिना कोई शंका या प्रश्न किए गुरु के आदेशों का पालन के लिए ख़ुद में व्याप्त ज्ञान और बुद्धि के अहंकार को तिरोहित करना होता है. दूसरे शब्दों में कहें तो बुद्धू बनना होता है. अपने को पूरी तरह ख़ाली करके ही ज्ञान से भरा जाना संभव है. ईश्वर प्राप्ति के लिए भी संपूर्ण समर्पण सबसे सहज मार्ग है. अर्थात् ख़ुद को अज्ञानी मानकर ज्ञान के लिए प्रयास करना.
भगवान तक को खुश करने के लिए पहले खुद को मूर्ख मानना होता है. उनकी आरती का यह अंश देखिए-
मैं मूरख खल कामी, मैं सेवक तुम स्वामी,कृपा करो भर्ता, ॐ जय जगदीश हरे.
तो कम से कम आज पहली अप्रैल के दिन तो थोड़ा मूर्ख बना ही जा सकता है. ये तन और मन दोनों की सेहत के लिए अच्छा है.