Bhagavad Gita Quotes: जो मनुष्य जिस प्रकार से ईश्वर का स्मरण करता है उसी के अनुसार ईश्वर उसे फल देते हैं

Bhagvat Geeta Quotes: भगवद गीता हिन्दुओं का सबसे महान ग्रन्थ माना जाता है इसमें लिखी बातें स्वयं भगवान् श्री कृष्ण के मुख से निकली हैं और इसका ज्ञान उनके द्वारा दिया गया है।

Update:2024-06-22 08:51 IST

Bhagavad Gita Quotes in Hindi (Image Credit-Social Media)

Bhagvat Geeta Quotes: भगवद गीता जिसे गीता भी कहा जाता है, एक 700 श्लोक वाला धार्मिक ग्रंथ है जो प्राचीन संस्कृत महाकाव्य महाभारत का हिस्सा है। इस ग्रंथ में विभिन्न दार्शनिक मुद्दों पर पांडव राजकुमार अर्जुन और उनके मार्गदर्शक कृष्ण के बीच बातचीत शामिल है।

भगवद गीता कोट्स (Bhagvat Geeta Quotes)

  • “मनुष्य को अपने धर्म के अनुसार कर्म करना चाहिए।जैसे – विद्यार्थी का धर्म विद्या प्राप्त करना, सैनिक का धर्म देश की रक्षा करना आदि। जिस मानव का जो कर्तव्य है उसे वह कर्तव्य पूर्ण करना चाहिए।”
  • “न तो यह शरीर तुम्हारा है और न ही तुम इस शरीर के मालिक हो। यह शरीर 5 तत्वों से बना है – आग, जल, वायु, पृथ्वी और आकाश। एक दिन यह शरीर इन्ही 5 तत्वों में विलीन हो जाएगा।”
  • “मनुष्य का मन इन्द्रियों के चक्रव्यूह के कारण भ्रमित रहता है। जो वासना, लालच, आलस्य जैसी बुरी आदतों से ग्रसित हो जाता है। इसलिए मनुष्य का अपने मन एवं आत्मा पर पूर्ण नियंत्रण होना चाहिए।”
  • “मैं सभी प्राणियों को एक समान रूप से देखता हूं, मेरे लिए ना कोई कम प्रिय है ना ही ज्यादा। लेकिन जो मनुष्य मेरी प्रेमपूर्वक आराधना करते हैं वो मेरे भीतर रहते हैं और मैं उनके जीवन में आता हूं।”
  • “जो मनुष्य जिस प्रकार से ईश्वर का स्मरण करता है उसी के अनुसार ईश्वर उसे फल देते हैं। कंस ने श्रीकृष्ण को सदैव मृत्यु के लिए स्मरण किया तो श्रीकृष्ण ने भी कंस को मृत्यु प्रदान की। अतः परमात्मा को उसी रूप में स्मरण करना चाहिए जिस रूप में मानव उन्हें पाना चाहता है।”
  • “बड़प्पन वह गुण है जो पद से नहीं, संस्कारों से प्राप्त होता है।”
  • “सिर्फ दिखावे के लिए अच्छा मत बनो मैं आपको बाहर से नहीं बल्कि भीतर से जानता हूं।”
  • “अमीर बनने के लिए एक एक क्षण संग्रह करना पड़ता है, किन्तु अमर बनने के लिए एक एक कण बांटना पड़ता है।”
  • “यह सच बात हैं कि भूल करके इन्सान कुछ सीखता है। परन्तु इसका यह मतलब नहीं कि वह जीवन भर भूल करता रहे और कहे कि हम सीख रहे हैं।”
  • “इस संसार में कुछ भी स्थाई नहीं है।”
  • “रिश्तो को निभाने के लिए वक़्त निकालिये, कहीं ऐसा न हो जब आपके पास वक़्त हो तो रिश्ता ही न बचे।”
  • “बुरे कर्म करने नहीं पड़ते हो जाते है, और अच्‍छे कर्म होते नहीं करने पड़ते हैं।”
  • “जीवन में आधे दुख इस कारण जन्म लेते हैं, क्योंकि हमारी आशाएं बड़ी होती है। इन आशाओं का त्याग करके देखो, जीवन में सुख ही सुख है।”
  • “जो इस लोक में अपने काम की सफलता की कामना रखते हैं, वे देवताओं का पूजन करें।”
  • “धर्म युद्ध में कोई भी व्यक्ति निष्पक्ष नहीं रह सकता है। धर्म युद्ध में जो व्यक्ति धर्म के साथ नहीं खड़ा है। इसका मतलब है वह अधर्म का साथ दे रहा है, वह अधर्म के साथ खड़ा है।”
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