Quit Smoking: स्मोकिंग छोड़ने के इतने आसान तरीकों को जान कर आप भी कहेंगे वाह! जानिए इससे होने वाले नुकसान

World No Tobacco Day 2022: सिगरेट पीना एक ऐसी लत है। जो लगती तो बहुत आसानी से है। धूम्रपान करने से कई गंभीर स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्यायें भी हो सकती है।

Written By :  Preeti Mishra
Update:2022-05-31 19:29 IST

No Tobacco Sold In NZ। (Social Media)

World No Tobacco Day 2022: सिगरेट पीना एक ऐसी लत है। जो लगती तो बहुत आसानी से है लेकिन छूटने में नाकों चने चबवा देती है। आजकल युवाओं में तो कई बार फैशन सिंबॉल भी माना जाता है। हलांकि कुछ बुजुर्ग लोग भी बीड़ी पीना पसंद करते हैं। धूम्रपान करने से कई गंभीर स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्यायें भी हो सकती है। बता दें कि स्मोकिंग करने को एक सामाजिक बुराई के रूप में भी देखा जाता है। इसलिए ज्यादातर सार्वजानिक जगहों पर धूम्रपान को निषेध कर दिया जाता है।

गौरतलब है कि सिगरेट या बीड़ी के धुएं में सबसे हानिकारक रसायनों में से कुछ निकोटीन, टार, कार्बन मोनोऑक्साइड, हाइड्रोजन साइनाइड, फॉर्मलाडीहाइड, आर्सेनिक, अमोनिया, सीसा, बेंजीन, ब्यूटेन, कैडमियम, हेक्सामाइन, टोल्यूनि आदि भी शामिल होते हैं। गौरतलब है कि ये ज़हरीले रसायन धूम्रपान करने वालों के साथ ही उनके आसपास वाले लोगों के लिए बेहद हानिकारक होते हैं। इसलिए इसे लत बनने से पहले छोड़ देना ही समझदारी होता है। कई बार लोग चाहकर भी धूम्रपान की लत को छोड़ नहीं पाते हैं।

ध्रूमपान करने से होने वाले नुकसान

  • धुम्रपान के सेवन से आपकी प्रजनन क्षमता में भी कमी आ सकती है। एक रिसर्च के अनुसार धूम्रपान, भ्रूण के विकास में पुरुष के शुक्राणुओं और कोशिकाओं की संख्या को भी नुकसान पहुंचाते हैं। जबकि महिलाओं के द्वारा धूम्रपान करने से गर्भस्राव या जन्म देने वाले बच्चे में कई स्वास्थ्य समस्याये भी हो सकती है। इतना ही नहीं धूम्रपान करने से ओवुलेशन की भी समस्यायें हो सकती है।
  • रोज़ाना धूम्रपान करने से रुमेटीइड गठिया का भी ख़तरा बढ़ जाता है। गौरतलब है कि गैर धूम्रपान करने वालों के मुकाबले धूम्रपान करने वालों के लिए जोखिम लगभग दोगुना हो जाता है। इसके अलावा धूम्रपान करने से ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डी के फ्रैक्चर भी हो सकता है।
  • सिगरेट पीने से व्यक्ति में फेफड़े के कैंसर की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। बता दें कि धूम्रपान करने वाली महिलाएँ को पुरुषों के मुकाबले फेफड़ों के कैंसर का ख़तरा अधिक है।
  • रोज़ाना धूम्रपान के सेवन से आपकी त्वचा पर समय से पहले झुर्रियाँ, त्वचा की सूजन, फाइन लाइन और एज स्पॉट्स को बढ़ाने में अपना योगदान देता है। इसके अलावा सिगरेट में मौजूद निकोटीन आपके रक्त वाहिकाओं को कम करने का कारण बनता है, यानी आपकी त्वचा की बाहरी परतों में रक्त प्रवाह कम होना होता है। जिस कारण कम रक्त प्रवाह के साथ, आपकी त्वचा को पर्याप्त ऑक्सीजन और महत्वपूर्ण पोषक तत्व नहीं मिलते हैं।
  • धूम्रपान के सेवन से श्वसन संबंधी विकार जैसे अस्थमा और तपेदिक आदि हो सकते है। बता दें कि धुम्रपान से श्वसन में कमी, खांसी और कफ उत्पादन संबंधी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकतीं हैं। इसके अलावा, धूम्रपान में मौजूद कार्बन मोनोऑक्साइड आपके खून में प्रवेश कर आपकी ऑक्सीजन-क्षमता को सीमित कर सकता है। जिसके कारण कफ बढ़ जाता है और सांस लेने में भी कठिनाई होती है।
  • सिगरेट में मौजूद निकोटीन और अन्य जहरीले रसायन हृदय रोग और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाने का काम करते हैं। बता दें कि लगातार इसके सेवन से स्ट्रोक पैरालिसिस, आंशिक अंधापन, बोलने की शक्ति और यहां तक कि मौत भी हो सकती है। गौरतलब है कि धूम्रपान ना करने वालों की तुलना में धूम्रपान करने वालों में स्ट्रोक होने की संभावना तीन गुना ज्यादा होती है।
  • धूम्रपान करने से मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, मधुमेह के रेटिनोपैथी और ड्राई आई सिंड्रोम का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। बता दें कि सिगरेट के धुएं में आर्सेनिक, फार्मलाडिहाइड और अमोनिया शामिल होने के कारण ये रसायन खून में शामिल होकर आपकी आंखों के नाजुक ऊतकों तक पहुंच जाते हैं जो रेटिना कोशिकाओं की संरचना को नुकसान पहुंचाता है।
  • धूम्रपान करने वाले पुरुष और महिलाओं दोनों में डिमेंशिया या अल्जाइमर जैसे रोग होने की संभावना बहुत अधिक होती है। बता दें कि सिगरेट में मौजूद निकोटीन मस्तिष्क के लिए हानिकारक होने के साथ डिमेंशिया या अल्जाइमर रोग की शुरूआत को भी बढ़ावा देता है।

कैसे छोड़ें सिगरेट

  • शरीर में कभी पानी की कमी न होने दें। इसके लिए खूब पानी पीये। ताकि पानी के सेवन से आपके शरीर से विषाक्त पदार्थ आसानी से निकल सकें। इसके लिए खाना खाने से 15 मिनट पहले एक गिलास पानी पी लें, इससे मेटाबॉलिक रेट (Metabolic Rate) कंट्रोल में रहने के साथ आपकी स्मोकिंग की आदत भी धीरे-धीरे छूटने लगेगी।
  • रोज़ाना एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद डालकर पीने से भी सिगरेट की लत को छोड़ने में सहायता मिलती है।
  • घिसी हुई मूली के सेवन से चेनस्मोकर जैसे लोगों की भी लत छूट सकती हैं। आप चाहे तो शहद के साथ भी इसे खा सकते हैं।
  • ओट्स (Oats) खाने से भी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल कर स्‍मोकिंग की चाहत को कम करने में सहायता मिलती है।
  • इसके अलावा स्मोकिंग की इच्छा होने पर 1 गिलास पानी में चुटकी भर लाल मिर्च पाउडर डालकर पीने से भी तुरंत राहत मिल जाएगी।

ध्यान रखे धूम्रपान छोड़ने के बाद आपका ब्लड प्रेशर और पल्स पहले जैसी नॉर्मल होने के साथ आपके फेफड़े भी स्वस्थ बनते है। इतना ही नहीं ब्रोन्कियल ट्यूबों में मौजूद फाइबर फेफड़ों से जलन और बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद करने के साथ संक्रमण के जोखिम को भी बहुत कम करते हैं।

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