नई दिल्ली| यह वह समय है जब छात्र और अभिभवावक दोनों परीक्षा के दबाव का सामना करते हैं। छात्रों पर बेहतर प्रदर्शन करने का दबाव होता है, लेकिन इसके लिए पढ़ाई के साथ-साथ स्वास्थ्य को लेकर भी संतुलित पहल करने की जरूरत होती है। संतुलित पहल से छात्रों के स्मरणशक्ति में इजाफा और पढ़े हुए पाठ को याद रखने में आसानी होती है।
ऐसे में आज हम आपको परीक्षाओं में स्वस्थ जीवनशैली अपनाने हेतु कुछ जबरदस्त टिप्स देने जा रहे है
नियमित व्यायाम-
शारीरिक गतिविधि शैक्षणिक प्रदर्शन सुधारने के लिए महत्वपूर्ण कारक है। ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय में हुए अध्ययन में बताया गया है कि प्रत्येक दिन एरोबिक व्यायाम करने से दिमाग के उस भाग का विकास होता है, जिसमें मौखिक स्मरण और सीखने की क्षमता होती है। व्यायाम करने से दिमाग में ऑक्सीजन का प्रवाह होता है जिससे छात्रों के स्मरण और सोचने की क्षमता भी बेहतर होती है।
स्वस्थ आहार -
स्वस्थ आहार को अपनी दिनचर्या में शामिल करना एक अच्छी आदत है, लेकिन परीक्षा के समय में इसकी महत्ता और बढ़ जाती है। परीक्षा के समय सब्जियों, फलों, साबुत अनाज, दूध, मछली का सेवन को एक अच्छा आहार माना जाता है। इससे अच्छा प्रदर्शन करने के लिए छात्रों की सभी पोषक जरूरतें पूरी होती हैं। दिमागी गतिविधि और स्मरण की क्षमता विकास के लिए पोषक से भरपूर आहार की जरूरत होती है।
इसके साथ ही स्वस्थ खान पान की शैली हमें बीमारियों से भी बचाती है, जिससे परीक्षा के समय छात्र अपना पूरा ध्यान पढ़ाई में लगा सकते हैं।
आहार में उचित आयुर्वेद (हर्ब) को शामिल करना -
आयुर्वेद और आधुनिक अध्ययन के अनुसार, ब्रह्मी स्मृति, बुद्धिमत्ता और सतर्कता को बढ़ाता है। यह एक शक्तिशाली मानसिक टॉनिक है जो स्मृति बढ़ाने, सोच में स्पष्टता लाने का दावा करता है। इसके रोजाना इस्तेमाल से मानसिक दक्षता को बढ़ावा मिलता है जिससे छात्रों को उनका लक्ष्य पाने में मदद मिलती है।
पर्याप्त नींद लेना-
परीक्षा के दौरान सबसे जरूरी चीजों में पर्याप्त नींद लेना शामिल है, जिसमें अक्सर छात्र लापरवाही बरतते हैं। परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को अच्छे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए कम से कम 6 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए।
इन साधारण तरीकों को अपनाने और मन लगाकर पढ़ाई करने से छात्र आने वाली परीक्षाओं में निश्चित ही अच्छी सफलता हासिल कर पाएंगे।