IAS Sonal Goel Lifestyle: जानिए क्या है आईएएस अधिकारी बनी सोनल गोयल की कहानी, सोशल मीडिया पर खूब हुई जिसकी चर्चा
IAS Sonal Goel Lifestyle: आईएएस अधिकारी सोनल गोयल ने अपनी सफलता की कहानी सोशल मीडिया पर बीते कई दिनों से चर्चा में है आइये विस्तार से उनके बारे में जानते हैं।
IAS Sonal Goel Lifestyle: क्या आप भी यूपीएससी सीएसई की तैयारी कर रहे हैं ? तो जहाँ आप इसके लिए पूरी तरह से खुद को तैयार करने में जुटे हैं वहीँ आईएएस अधिकारी सोनल गोयल ने अपनी सफलता की कहानी सोशल मीडिया के ज़रिये सभी के साथ शेयर की। जिसके बाद उनके खूब चर्चे भी हुए। उन्होंने 2008 में AIR 13 हासिल किया था, उन्होंने पहले प्रयास में अपनी विफलता से सीखा और उसे अपनी जीत में बदल दिया। आइये जानते हैं क्या है एक आम लड़की से आईएएस अधिकारी बनी सोनल गोयल की कहानी।
आईएएस अधिकारी बनी सोनल गोयल की कहानी
2008 बैच की आईएएस श्रीमती सोनल गोयल एक दशक से अधिक समय से देश की सेवा के लिए समर्पित हैं। वो वर्तमान में नई दिल्ली में त्रिपुरा भवन में रेजिडेंट कमिश्नर के पद पर तैनात हैं। सिविल सेवा परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर 13वीं रैंक हासिल करने के बाद, वो त्रिपुरा कैडर (हरियाणा में 4 साल की इंटर-कैडर प्रतिनियुक्ति) में शामिल हो गईं और तब से विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर रहीं। उन्होंने राष्ट्र के प्रति 13 वर्षों से अधिक की समर्पित सेवा दी है।
सोनल गोयल की शिक्षा
सोनल गोयल हरियाणा के पानीपत की रहने वाली हैं और उनकी शिक्षा दिल्ली में हुई। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा डी.ए.वी.पब्लिक स्कूल से की। इसके बाद वो श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, डी.यू, (कॉमर्स में विश्व का अग्रणी शैक्षणिक संस्थान) की पूर्व छात्रा रहीं हैं, जहां से उन्होंने बी.कॉम (ऑनर्स) किया। वह आईसीएसआई, नई दिल्ली से सी.एस. (कंपनी सचिव) भी रहीं, जो वित्त और वाणिज्य में उनकी विशेषज्ञता को बढ़ाता है।
सोनल गोयल जुलाई 2016 में हरियाणा कैडर में शामिल हुईं और अपनी आखिरी पोस्टिंग में उन्होंने गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन सिटी बस लिमिटेड (जीएमसीबीएल) के सीईओ और गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) के अतिरिक्त सीईओ के रूप में काम किया। इतना ही नहीं उन्हें सितंबर 2016 में नीति आयोग, संयुक्त राष्ट्र और MyGov द्वारा भारत को बदलने वाली शीर्ष 25 महिलाओं में भी शामिल किया गया।
कहा जाता है कि "प्रत्येक विफलता सफलता की सीढ़ी होती है।" ऐसी ही एक कहानी सोनल गोयल की भी रही। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि उन्हें इसके लिए काफी परिश्रम किया और अपने दूसरे एटेम्पट में वो सफल हो पाईं। क्योंकि वो इंटरव्यू सेशन तक पहुंचने में कुछ अंकों से चूक गईं थी। सोनल ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की गई अपनी यूपीएससी सिविल सेवा 2007 मेन्स मार्कशीट की तस्वीर के साथ अपनी कहानी भी सभी के साथ शेयर की। उन्होंने उन कठिनाइयों के बारे में भी बताया जिनका उन्होंने सामना किया और इसके बाद मई 2008 में उन्होंने सफलता प्राप्त की।