Indoor Gardening Tips: जानें गमले में पौधे लगाने का क्या है सही तरीका
Indoor Gardening Tips: घर चाहे छोटा हो या बड़ा गार्डेन तो होना ही चाहिए। जिसमें सजावटी फूलों से लेकर तमाम फल और सब्जियां भी उगा सकते हैं आप।
Indoor Gardening Tips : प्रकृति(Nature) ही हमे जिंदा रखे हुए है। प्रकृति से छेड़छाड़ करने का नतीजा हम कई बार देख और भुगत चुके हैं। पौधों(Plants) के कारण हमारा जीवन सुरक्षित(Life Safe) है। हमें पौधों को सुरक्षित(Plants Protection) रखने की जिम्मेदारी लेनी होगी। प्रत्येक व्यक्ति कम से कम दस पौधे लगाए और दूसरों पौधे लगाने के लिए प्रेरित भी करे। तभी स्वस्थ्य जीवन जीने का लक्ष्य हम पा सकेंगे।
घर में गार्डन(Garden At Home) बनाने का सपना हर कोई देखता है, लेकिन कभी जगह की कमी तो कभी जानकारी की कमी से यह सपना अधूरा रह जाता है। लेकिन सही जानकारी होने से आप कम जगह में भी अपने इस शौक को पूरा कर सकते हैं। बस आपका थोड़ी जानकारी हासिल करने और मेहनत करने की जरूरत है। अब मेहनत तो आपको ही करना पड़ेगा हां जानकारी हम आपको अवश्य दे देंगे।
घर चाहे छोटा हो या बड़ा गार्डेन तो होना ही चाहिए। जिसमें सजावटी फूलों से लेकर तमाम फल और सब्जियां भी उगा सकते हैं आप। ये सब करके आप इन्वाइरनमेंट की देखभाल में भी योगदान दे सकते हैं। तो आइये जानते हैं घर पर गार्डनिंग करने के कुछ टिप्स
गमले में मिट्टी भरना(Potting Soil)
सबसे पहले आप अपने घर की साइज के हिसाब से छोटे या बड़े आकार के गमले ले आएं। अब बारी आती है इसमे म्ट्टिी भरने की। गमले की पेंदी में जो छेद हैं, उसपर एक दिये या खपडे का छोटा टुकडा या गिट्टी रख दें। ये करने से गमले का अतिरिक्त पानी बह जाएगा लेकिन मिटटी सुरक्षित रहेगी।
अब आप भीमसेनी कपूर की एक छोटी टिकिया का चूर्ण बनाकर कंकडों की इस परत पर छिडक दें। इसके बाद आपके पास तैयार रखी मिट्टी को इसमे हल्के हाथों से आधा भरें। मिट्टी भरने के बाद गमले को हिला दें। गमला हिलाने से मिट्टी उसमें सब ओर फैल जाएगी। इसके बाद आप गमले की मिट्टी को हाथ से थोडा सा दबा दें। अब आपका गमला पौधा लगाने के लिए तैयार हो गया है।
गमले में पौधा लगाकर उसे उचित पानी देना(Proper Watering Of Plants)
जो पौधा आपको लगाना है इसे गमले के बीचो बीच में रखकर उसे मिट्टी से भर दें। मिट्टी इतनी डालें कि पौधे की जड के पास खाली जगह न रहे। इसके लिए मिट्टी को हाथ से थोडा सा दबा दें। गमले में पर्याप्त पानी रहने के लिए उसे ऊपर से 2 से 3 इंच खाली रखें। पौधा लगाने पर उसे तुरंत पानी दें।
याद रखें कि आपका पौधा अभी बच्चा है तो फोर्स से पानी न देकर पानी का छिड़काव करें। शीतकाल में गमले के पौधे को 24 घंटे में एक बार पानी देना चाहिए। पानी हो सके तो शाम के समय दें। इससे पानी वाष्प बनकर उडता नहीं, साथ ही पौधों को पूरा आराम भी मिलता है। जिससे वे अधिक हरे-भरे दिखाई देंगे। वहीं गर्मीयों में इन्हें दिन में दो बार पानी देना जरूरी है। गमले में पौधे के चारों ओर से पानी दें।
पौधे को तरल खाद देना और इसे बनाने की विधि(Plant Liquid Fertilizer And Recipe)
गमले के पौधों को 15 दिन के अन्तराल पर तरल खाद देने से पौधे हरे भरे रहते हैं। इसे बनाने के लिए, गाय का लगभग एक कटोरी नया गोबर एक जग पानी में घोलकर 24 घंटे के लिए छोड दें। उसके बाद उसमें सनातन भीमसेनी कपूर के छोटे से टुकडे का चूर्ण अच्छे से मिला दें। अब यह घोल थोड़ा थोेड़ा हर एक पौधे को दें। इस बात ध्यान जरूर रखें कि खाद डालने के पहले, उस गमले में पानी देना आवश्यक है।
यदि आपको फ़र्न या दूसरे सदाबहार पौधों के लिए खाद तैयार करनी हो तो एक भाग गोबर की पुरानी खाद, दो भाग पत्ती की खाद और एक भाग नदी की बालू या बजरी लें। उसके साथ एक चम्मच हड्डी का चूरा, दो चम्मच सरसों अथवा नीम की खली और आधी मुठ्ठी लकड़ी का कोयला मिला लेना चाहिए। अब आपका खाद तैयार है।
पौधे की मिट्टी बदलनी हो तो क्या करें(Change Soil Of Plants)
आपको जिस गमले की मिट्टी बदलनी हो, उस गमले में दो दिन पहले ही पानी डालना बंद कर दें। उसके बाद गमले को तिरछा लेटा कर उसकी पेंदी में खुरपी की मूठ से तीन-चार बार चोट करें, इससे पौधा मिट्टी समेत बाहर आ जाएगा। आप पेड़ से फालतू जाल एवं धागे जैसी पतली-पतली जड़ों को काट दें। तने के पास छोड़कर शेष मिट्टी झाड़ दें। अब गमले को अंदर एवं बाहर से अच्छी तरह साफ़ करके धो लें। अब पहले की तरह वही करें जब आपने शुरूवात में पौधा लगाया था।
याद रखने योग्य बातें (Important Tips)
गमला बदलने का सही समय शाम का होता है। मिट्टी बदलने के बाद गमले को दो-तीन दिन छाया में जरूर रखें। पौधे बदलने का सही समय मार्च में अथवा जुलाई में होता है। इन दिनों मौसम अच्छा होता है और हवा में नमी होती है, जो पौधों के बढ़ने में सहायता करती है।