Jaya Kishori: आखिर क्यों कहा जया किशोरी ने कि 'मुसीबतों से भागना, नयी मुसीबतों को निमंत्रण देने के समान है'
Jaya Kishori Motivation: आज हम आपके लिए उनके द्वारा बताई कुछ ख़ास बातें लेकर आये हैं। जिसे समझकर आप भी अपने जीवन में आगे बढ़ सकेंगे और इसमें किसी तरह की कोई रूकावट नहीं आएगी।
Jaya Kishori Motivation: कथावाचक जया किशोरी की ख़ूबसूरती की अक्सर चर्चा होती रहती है। साथ ही वो अपने विचारों और मोटिवेशनल स्पीच द्वारा भी सभी को काफी प्रभावित करतीं हैं। सोशल मीडिया पर उनके लाखों फॉलोवर्स उन्हें काफी ध्यान से सुनते हैं। आज हम आपके लिए उनके द्वारा बताई कुछ ख़ास बातें लेकर आये हैं। जिसे समझकर आप भी अपने जीवन में आगे बढ़ सकेंगे और इसमें किसी तरह की कोई रूकावट नहीं आएगी।
कथावाचक जया किशोरी के प्रवचन
कल करे सो आज कर,
आज करे सो अब – सबकी आयु निश्चित है।
मुसीबतों से भागना,
नयी मुसीबतों को निमंत्रण देने के समान है।
मनुष्य तब तक नए महासागरों की खोज नहीं कर सकता,
जब तक कि उसे अपना किनारा छोड़ ने की हिम्मत न हो।
जब तक आप अपनी समस्याओं एंव
कठिनाइयों की वजह दूसरों को मानते है,
तब तक आप अपनी समस्याओं एंव
कठिनाइयों को मिटा नहीं सकते।
ऐसी कोई मंजिल नहीं है,
जहाँ पहुँचने का कोई रास्ता न हो!
छोटी सी ज़िंदगी है,
हर बात में ख़ुश रहो।
कल किसने देखा है
बस अपने आज में ख़ुश रहो।
सफलता हमारा परिचय दुनिया को करवाती है
और असफलता हमें दुनिया का परिचय करवाती है।
सबसे बड़ा उपहार जो आप दूसरों को दे सकते हैं,
वह बिना शर्त प्यार और स्वीकृति का उपहार है।
विश्वास में वह शक्ति है जिससे उजड़ी हुई
दुनिया में प्रकाश लाया जा सकता है।
तुझको फिरसे जलवा दिखाना ही होगा,
अगले बरस आना है, आना ही होगा
जीवन अपने आप को खोजने के बारे में नहीं है।
जीवन अपने आप को बनाने के बारे में है।
परिस्थितियां कभी समस्या नहीं बनती,
समस्या इस लिए बनती है,
क्योंकि हमें उन परिस्थितियों से लड़ना नहीं आता।
हम बाकी सभी रिश्तों के साथ पैदा होते हैं
पर दोस्ती ही एक मात्र रिश्ता है जिसे हम खुद बनाते हैं।
ना किसी से ईर्ष्या, ना किसी से कोई होड़..!!!
मेरी अपनी हैं मंजिलें, मेरी अपनी दौड़..
जिंदगी आसान नहीं होती, इसे आसान बनाना पड़ता है!
कुछ ‘अंदाज’ से, कुछ ‘नजर अंदाज ‘से.!
दुसरो की मदद करते हुए यदि दिल में ख़ुशी हो,
तो वही सेवा है बाकी सब दिखावा है।
हर किसी को खुश करना शायद हमारे वश में न हो,
लेकिन किसी को हमारी वजह से दुख ना पहुचे ये तो हमारे वश में है।
महानता कभी न गिरने में नहीं बल्कि
हर बार गिर कर उठ जाने में हैं।
लोग क्या कहेंगे,
यह सोचकर जीवन जीते है,
तो भगवान क्या कहेंगे
यह सोच कर भी चला करो
जितना ही नही बल्कि कहां पर हारना है
ये जानने वाला भी महान होता है ।