Jimikand Ki Sabji: दिवाली के मौके पर ही क्यों बनता है जिमीकंद, जानें इसका महत्व और बनाने का तरीका

Jimikand Ki Sabji: हिंदू परिवार में सूरन की सब्जी का विशेष महत्व है। खासकर दिवाली के मौके पर इसे बनाकर खाया जाता है।

Written By :  Pallavi Srivastava
Update: 2021-11-01 16:03 GMT

जिमीकंद की सब्जी pic(social media)

Jimikand Ki Sabji: भारतीय त्योंहारों को मनाने का एक अलग ही ढंग है। अगर आप सोचेंगे कि भला ऐसा क्यों, वह इसलिए क्योंकि भारतीय त्योंहार का भोजन के साथ घनिष्ठ संबंध है। भारत में अगल-अलग त्योंहारों पर अलग-अलग खाना खाने व बनाने की परंपरा है, जो सदियों से चली आ रही है। ऐसी ही एक परंपरा है दिवाली पर जिमीकंद(Diwali Par Jimikand Kyu Banaya Jata Hai)या ओल को बनाना, इसे सूरन के नाम से भी जानते हैं। आपको बता दें कि यह विशेष परंपरा बनारस से आई है। इसलिए पूरे उत्तर प्रदेश में दिवाली तब तक पूरी नहीं होती जब तक सूरन या जिमिकंद की सब्जी या पकौड़ न बने। तो चलिए जानते हैं इसके पीछे की मान्यता और इसे बनाने का तरीका भी-

जिमीकंद pic(social media) 

क्या है जिमीकंद(What Is Jimikand)

जिमीकंद मिट्टी के अंदर पैदा होने (वाली) सब्जी है। बाहर से यह आपको पेड़ की तरह ही दिखेगा। लेकिन अंदर ही अंदर उसका आकार बड़ा होता जाता है। यह एक ऐसी सब्जी है जिसको काटने के बाद भी उसकी जड़ अंदर ही रह जाती है। अगले साल फिर उसमें से जिमिकंद मिल जाता है।

जिमीकंद का महत्व(Importance of jimikand)

दिवाली के अवसर पर इस सब्जी को जरूर पकाकर खाया जाता है। ऐसा माना है कि जिस प्रकार जिमीकंद कांटने के बाद भी दुबारा फल देता है, उसी प्रकार दिवाली पर इसके सेवन से घर में सुख समिद्धि बनी रहती है। इसी मान्यता के साथ सूरन का इस्तेमाल लगभग हर घर में किया जाता है।

कैसे करें स्टोर(How To Store Jimikan)

यह आलू तरह ही होता है। लेकिन बहुत सख्त होता है। इसे आप लंबे समय तक स्टोर करके रख सकते हैं। बहुत से लोग दिवाली के पहले से ही यह खरीद लेते हैं। ताकि दिवाली पर महंगा न हो जाए। इसी मौसम में सूरन को जमीन से निकाला जाता है।

कैसे बनाएं जिमिकंद(How To Make Jimikand)

जिमीकंद को आप कई प्रकार से बना सकते हैं। यह सब्जी गर काटने वाला होता है। इसको अगर अच्छे से न उबालें तो यह गले को छील देता है । जैसा अरवी के पत्ते के साथ होता है। इसलिए इसे बनाने से पहले इसे नींबू मिले पानी में उबालना चाहिए।

आप चाहें तो इसे पीठेदार पकौड़ी बना सकते हैं। या फिर जैसे सारी सब्जियां बनती हैं इसे भी वैसे ही बनाएं। साथ ही कुछ घरों में इसका भर्ता भी बनता है, नींबू, अदरक, लहसन डालकर।

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