Kuttu and Singhare ke atte ki Poori: क्या आपकी भी सिंघाड़े के आटे की पूरी सही नहीं बनती, अपनाइये ये ट्रिक
Kuttu and Singhare ke atte ki Poori: नवरात्रि पर व्रत हैं और सिंघाड़े के आटे की पूरी सही नहीं बनती तो आप अपना सकते हैं ये ट्रिक्स जो खाएं बेहद आसान।
Kuttu and Singhare ke atte ki Poori: नवरात्रि (Navratri) का त्योहार है और ऐसे में अगर आपने भी नौ दिन व्रत (Navratri Fast) रखा है तो आप अक्सर कुट्टू या सिंघाड़े के आटे की पूरी (Kuttu and Singhare ke atte ki Poori) बनाते और खाते होंगें लेकिन अगर ये आपसे बनने में काफी समय लेती है या सही से बन नहीं पाती है तो आज हम आपके लिए कुछ ट्रिक्स लेकर आये हैं। जिसे अपनाकर आप आसानी से इन्हे बना सकती हैं और खाने में ये कुरकुरी और बेहद स्वादिष्ट भी बनतीं हैं।
सिंघाड़े या कुट्टू के आटे पूरी बनाने की ट्रिक (Tricks For Kuttu and Singhare ke Atte ki Poori)
सिंघाड़े का आटा (Singhare ka Atta), कुट्टू का आटा (एक प्रकार का अनाज का आटा) ग्लूटेन-मुक्त आटा है, और नियमित गेहूं के आटे की तरह, इन आटे में समान लोच नहीं होती है। उन्हें गेहूं के आटे की तरह नहीं लपेटा जा सकता; इसके बजाय, एक आकार बनाने के लिए उन्हें हाथों से थपथपाने की आवश्यकता होती है।
ये स्वास्थ्यवर्धक आटा कुछ आवश्यक सामग्रियों के साथ मिलकर उपवास के दिनों में एक पसंदीदा भोजन बनता है।
सभी सामग्रियों को एक कटोरे में मिला लें और नरम आटा गूंथ लें। पसंद के अनुसार, आप उबले और मैश किये हुए आलू या घुँइयाँ डाल सकते हैं या पानी के साथ आटा गूंध सकते हैं और अगर आटा चिपचिपा लगता है, तो बेझिझक अतिरिक्त आटा मिलाएं और इसे आटे जैसा गूंध लें। इसे रोटी की तरह भी बना सकते हैं। लेकिन इसके लिए एक ट्रिक है आप पैकेट ले लें चाहे तो सिंघाड़े के आटे या कुट्टू के आटे का ही पैकेट ले लें उसपर आटे का पेड़ा बनाकर रखे और हलके हांथों से बेलें।
इसके लिए आप थोड़ा सूखा आटा छिड़कते हुए इसको बेलिएगा और फिर पैकेट के साथ उठाकर दूसरे हाथ पर लेकर तेल में या देसी घी में तल सकते हैं। इसे आलू या घुँइयाँ की सब्जी के साथ खा सकते हैं।