Natural Herbs For Kidney Problems: किडनी की पुरानी समस्या रोकने में मदद करेंगी प्राकृतिक जड़ी-बूटियां!

Natural Herbs For Kidney Problems: आपके गुर्दे आपके शरीर में बहुत से ज़रूरी कार्यों का ख्याल रखते हैं। फिर भी ज्यादातर लोग उन्हें तब तक नज़रअंदाज करते हैं जब तक कि कुछ गलत न हो जाए।

Update:2023-03-12 06:00 IST

Natural Herbs For Kidney Problems (Image Credit-Social Media)

Natural Herbs For Kidney Problems: कभी कभी हम अपने से जुड़ी काफी अहम् चीज़ों के प्रति भी लापरवाह हो जाते हैं और हमे उसका ख्याल तब आता है जब बहुत देर हो जाती है। ऐसे ही हैं हमारे शरीर के बेहद महत्वपूर्ण अंग। वहीँ आपके गुर्दे आपके शरीर में बहुत से ज़रूरी कार्यों का ख्याल रखते हैं। और फिर भी ज्यादातर लोग उन्हें तब तक नज़रअंदाज करते हैं जब तक कि कुछ गलत न हो जाए। इन प्रमुख अंगों की बेहतर देखभाल शुरू करने से पहले आपको कुछ फेल होने का इंतज़ार करने की बिलकुल भी ज़रूरत नहीं है। गुर्दे की सहायता के लिए ये जड़ी-बूटियाँ सुरक्षित और प्रभावी हैं और आपके समग्र स्वास्थ्य में भी मदद कर सकती हैं।

प्राकृतिक जड़ी-बूटियां जो किडनी की पुरानी बीमारियों को रोकने में करेंगी मदद

हर किसी का शरीर अलग होता है और उसे अलग तरह के सपोर्ट की जरूरत होती है और ये बात आपकी किडनी पर भी लागू होती है। इससे पहले कि आप अपने गुर्दे का समर्थन करने के लिए जड़ी-बूटियाँ या कुछ और लेना शुरू करें, आपको उनके समग्र स्वास्थ्य के साथ-साथ ये भी समझना होगा कि आप क्या हासिल करना चाहते हैं। न्यूट्रिशनिस्ट, लवनीत बत्रा अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखती हैं, “मसालों और जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल लंबे समय से भोजन के स्वाद, सुगंध और अपील को बेहतर बनाने के लिए किया जाता रहा है। अब इस बात के सबूत हैं कि ये रसोई के स्टेपल न केवल हमारे तालू को खुश करते हैं, बल्कि ये हमारे स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद भी कर सकते हैं।

इन 5 प्राकृतिक जड़ी बूटियों को अपने आहार में करें शामिल

गिलोय एफ्लाटॉक्सिन के कारण किडनी में होने वाले जहर से किडनी की रक्षा करती है। ऐसा इसमें एल्कलॉइड्स की मौजूदगी के कारण होता है। गिलोय में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं और ये एफ्लाटॉक्सिकोसिस के दौरान उत्पन्न मुक्त कणों को नष्ट कर देते हैं जिससे गुर्दे की क्षति को रोका जा सकता है।

हल्दी से प्लाज्मा प्रोटीन में सुधार होता है और किडनी की बीमारी से ग्रसित रोगियों में सीरम यूरिया और क्रिएटिनिन के स्तर में कमी आती है और ये किडनी के कार्य में सुधार के लिए उपयोगी हो सकता है।

अदरक का एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव संक्रमण के कारण गुर्दे में सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है।

कायाकल्प करने वाली जड़ी-बूटियों की अद्भुत तिकड़ी, आमलकी, हरीतकी और बिभीतकी, प्रकृति का चमत्कारिक उपाय है, ये गुर्दे के ऊतकों को मजबूत करती है, प्लाज्मा प्रोटीन, एल्ब्यूमिन, क्रिएटिनिन में सुधार करती है, और समग्र गुर्दे की कार्यप्रणाली को बढ़ाती है।

इन सभी प्राकृतिक जड़ी-बूटियों के मूत्रवर्धक गुण किडनी को फ्लश करने में मदद करते हैं और मूत्र प्रणाली को मजबूत बनाए रखते हैं। किडनी के बेहतर स्वास्थ्य के लिए अपने दैनिक आहार में शामिल करें ये असरदार जड़ी बूटियां!

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