जयपुर: आज के समय में हमारी निर्भरता टेक्नोलॉजी पर ज्यादा हो गई है।ऑनलाइन मार्केट के कारण हम घर बैठे सब कुछ मंगा लेते है। आजकल सभी लोग अपने जरूरत की हर चीजों के लिए ऑनलाइन खरीददारी करना पसंद करते हैं। लेकिन जरा संभलकर, क्योंकि यह ऑनलाइन खरीददारी कई दिक्कतें पैदा कर सकती हैं।
* इलेक्ट्रॉनिक सामान तो कभी भी ऑनलाइन नहीं मंगाए। क्योंकि मोबाइल या लैपटॉप की जगह ईंट मिलने की कई खबरें पहले ही आ चुकी हैं। इन खबरों में कई के परिणाम के बारे में तो पता भी नहीं चल पाया है। तो इलेक्ट्रॉनिक सामान ऑनलाइन ना ही खरीदें।
* जाने-माने ब्रांड का काजल या मस्कारा तो ऑनलाइन खरीद सकती हैं लेकिन लिपस्टिक, फाउंडेशन और कंसीलर जैसे प्रॉडक्ट बिना ट्राई किए न खरीदें। यही बात डिओ पर भी लागू होती है। ऑनलाइन शॉपिंग में रिटर्न करने की सुविधा होने के बाद भी कुछ चीजें सील खुल जाने या यूज होने के बाद वापस नहीं होतीं।
16 फरवरी : कर्क राशि फालतू खर्च से बचें, जानें बाकी राशियां क्या कहती हैं?
*पूरे दिन की थकान के बाद बढ़िया नींद बेहद जरूरी है। इसके लिए मैट्रेस का रोल बेहद अहम है। ऑनलाइन मैट्रेस देखकर उसके रिव्यू के आधार पर खरीदना समझदारी नहीं है जब तक आप इसे अपने हाथ से छूकर न देखें। ऑनलाइन आप इसके कम्फर्ट को महसूस नहीं कर सकते हैं। बेहतर होगा किसी स्टोर पर जाकर अपनी जरूरत के हिसाब से मैट्रेस खरीदें।
* किसी भी तरह की दवाई जिसकी जरूरत है उसे ऑनलाइन ना मंगाए। किराना दुकान से खरीदें और बकायदा उसका बिल लें। क्योंकि एक तो दवाई तीन से चार दिन के बाद आएगी और वो सही डेट की हो इसकी गारंटी नहीं है।
* किस तरह का फर्नीचर चाहिए अपनी पूरी रिसर्च ऑनलाइन कर सकते हैं लेकिन स्टोर से खरीदकर चिंतामुक्त हो पाएंगे। फर्नीचर भी लंबे वक्त के लिए इन्वेस्टमेंट है इसलिए क्वॉलिटी से समझौता न करें। ऐसा करके शिपिंग चार्ज बचाएंगे साथ ही रास्ते में इसके डैमेज होने का खतरा भी नहीं रहेगा।
* ज्वैलरी कभी भी ऑनलाइन ना मंगाए। क्योंकि जब आप इसे दुकान से लेते हैं तो अच्छी तरह से चेक करके और माप के लेते हैं। जबकि ऑनलाइन ज्वैलरी में वजन का माप आप पता नहीं कर पाते और रसीद व कंपनी की भी आपके पास कोई गारंटी नहीं होती।
* ऑनलाइन कई चीजों का रंग वैसा नहीं दिखाई देता जैसा सामने से। अगर अपने घर की थीम के रंगों से मैच करते प्रॉडक्ट्स खरीद रहे हैं तो बहुत चांसेज हैं कि इसकी डिलीवरी के बाद आपको निराशा हो। वहीं अगर आप पर्दे वगैरह खरीद रही हैं तो इन्हें भी सामने देखकर और हाथ से छूकर खरीदना बेहतर रहता है।