ऑफिस में ज्यादा देर तक रूक कर काम करने की आदत है तो बदल दीजिए, वरना यह आदत आपको पड़ सकती है महंगी। ज्यादातर लोग अपने बॉस खुश करने के चक्कर में अपने ऑफिस टाइम के अलावा भी देर तक काम करते हैं या फिर ओवरटाइम के लिए काम करते हैं। लेकिन आपकी यह आदत आपकी सेहत खासकर दिल के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है। लगातार बैठे रहने से हृदय रोग और डायबीटीज जैसी कई बीमारियां आपको घेर लेती हैं।
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एक सप्ताह में 41 घंटे से ज्यादा ऑफिस में रुकने से हाई बीपी का खतरा अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन की एक स्टडी की मानें तो एक हफ्ते में 41 घंटे यानी 5 डे वर्किंग वीके के हिसाब से हर दिन 10 घंटे से ज्यादा ऑफिस में रुककर काम करने वाले लोगों को हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर का खतरा 66 प्रतिशत अधिक रहता है। इतना ही नहीं, कई मरीजों में तो मास्क्ड हाइपरटेंशन यानी हाई बीपी की ऐसी परिस्थिति जिसमें डॉक्टर के पास रुटीन चेकअप के लिए जाने पर भी ब्लड प्रेशर डिटेक्ट नहीं होता का खतरा अधिक रहता है।
5 साल तक की गई स्टडी
सिर्फ ऑफिस में देर तक रुक कर ओवरटाइम करने वाले कर्मचारियों को ही इसका खतरा नहीं रहता बल्कि वैसे कर्मचारी जो हर हफ्ते 41 घंटे यानी 40 घंटे हर सप्ताह यानी हर दिन 8 घंटे के वर्कवीक से 1 घंटा ज्यादा भी काम करते हैं उन्हें भी हाई ब्लड प्रेशर होने का जोखिम बढ़ जाता है। इस स्टडी में अनुसंधानकर्ताओं ने कनाडा के Quebec स्थित 3 पब्लिक इंस्टिट्यूशन्स में काम करने वाले 3 हजार 500 वाइट कॉलर कर्मचारियों की गतिविधियों पर 5 साल तक नजर रखी।
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बहुत से ऐसे कर्मचारी हैं जिन्हें कई-कई घंटे तक लगातार बैठकर काम करना होता है। हालांकि, डॉक्टर और हेल्थ एक्सपर्ट लगातार बैठे रहने को सही नहीं मानते हैं। इनके मुताबिक, लगातार बैठे रहने से हृदय रोग और डायबीटीज जैसी कई बीमारियां आपको घेर लेती हैं। आप भी ऑफिस में बैठे-बैठे काम करते हैं तो 10 से 15 मिनट के वर्कआउट से दूर भगा सकते हैं इन बीमारियों को। आइए हम बताते हैं कैसे।
ऑफिस में डेस्कटॉप और लैपटॉप, दोनों का ऑप्शन हो तो डेस्कटॉप पर काम करना बेहतर है। डेस्कटॉप की जगह एक तरह से फिक्स्ड रहती है जिससे आमतौर पर बेहतर पोजिशन में रहता है। इसके अलावा कंप्यूटर और कुर्सी की स्थित ऐसी हो कि कम्प्यूटर स्क्रीन पर देखने के लिए झुकना न पड़े और न ही गर्दन को जबरन ऊपर उठाना पड़े।
कुर्सी जितनी टेबल के पास हो, उतना अच्छा है। ऐसे में मॉनिटर को पीछे रखें। जब भी टाइप करें, ध्यान रखें कि कुहनी को पूरा सपॉर्ट मिले।
दो घंटे काम करने के बीच में थोड़ा टहल लें या बैठे-बैठे या खड़े होकर एक्सर्साइज करें। अगर उठकर जाना मुमकिन नहीं है तो बैठे-बैठे एक्सर्साइज जरूर करें। इससे खून का दौरान चलता रहेगा।
गर्दन को क्लॉक वाइज और ऐंटी क्लॉक-वाइज गोल-गोल घुमाएंं। छत की ओर देखें। फिर दोनों दिशाओं में गोल-गोल घुमाएं।
पैरों और एडिय़ों को चलाएं। इससे पैरों को आराम मिलेगा।
दोनों हाथों को वेस्ट लाइन पर रखकर पीछे की तरफ झुकें। कुर्सी पीछे कर पैरों को स्ट्रेच करें। मसल्स को खासकर स्ट्रेच करें। जब हम चलते हैं तो ये ब्लड को ऊपर की ओर पंप करती हैं। दोनों हाथों को उठाकर कंधे पर रखें और कुहनियों को घुमाकर जीरो बनाएं। इससे मसल्स लचीली बनी रहती हैं।