अगर तकिये को बेडरूम से करेंगे बाहर तो झुर्रियां खुद कहेंगी बाय-बाय

Update:2016-03-17 15:35 IST

लखनऊ: साधारणतया लोग सोने के लिए तकिया लगाते है, लेकिन क्या आपको पता है? तकिया लगाकर सोना हेल्थ के लिए कितना नुकसानदेह है। जो लोग सोचते है कि अगर तकिया के बिना सोएंगे तो सोने पर बैलेंस नहीं बनेगा तो उनको ये पता होना चाहिए कि इसके बिना सोने से कितना फायदा होता है।

तकिया लगा कर सोने की बजाय बिना तकिये के सोना सेहत के लिए ज्‍यादा फायदेमंद है। बगैर तकिया सो कर आप अपने को ना सिर्फ गर्दन और स्‍पाइन की समस्‍याओं से बचा लेते हैं बल्‍कि चेहरे पर झुर्रियां भी जल्‍दी नहीं आती हैं।आप बिना तकिया के सो कर देखें कितना फिजिकल और मेंटल बेनिफिट होता है। जानें बिना तकिया के सोने के कई फायदे ।

अच्छी नींद से मूड फ्रेश

शोध से पता चला है कि तकिया लगा कर सोने की जगह बिना तकिया सोने पर नींद ज्‍यादा बेहतर आती है और आप दिनभर तरोताजा और रिलैक्‍स अनुभव करते हैं। सर, गर्दन और कंधे की नसों को आराम मिलने के चलते आप की नींद की क्‍वालिटी बेहतर हो जाती है और आप एक सुकून भरी नींद का मजा ले पाते हैं। इसका असर लोगों के मूड और हेल्थ पर भी पड़ता है।

झुर्रिया बढ़ना

कुछ लोगों को तकिए में मुंह छुपा कर सोने की आदत होती है। कई बार आप अपने गाल तकिए पर टिका देते हैं। ये आदत आपके चेहरे पर झुर्रियां पैदा कर सकती है। इसके अलावा ये तरीका आपके चेहरे पर घंटों तक दबाव बनाए रखता है जिससे रक्त संचार प्रभावित होता है, और चेहरे की समस्याएं उभरती हैं।

स्‍पाइन की प्रॉबल्म कम

अधिकतर लोग पीठ, कमर या आसपास की मांसपेशि‍यों में दर्द महसूस करते हैं, तो उन्हें बगैर तकिये के सोना चाहिए। दरअसल ये परेशानी रीढ़ की हड्डी के कारण होती है, जिसका जो सोने का तरीके पर डिपैंड करता है। बगैर तकिये के सोने पर रीढ़ की हड्डी बिल्कुल सीधी रहेगी और आपको ये परेशानी भी कम हो जाएगी। इससे आपको स्‍पाइन से जुड़ी समस्‍याएं कम होंगी। तकिये के बिना सोने पर आपकी पीठ सीधी रहेगी। जिसके चलते पीठ दर्द और स्‍पांटिलाइटिस जैसी समस्‍या से बच सकते हैं।

रक्त संचार सही

आमतौर पर गर्दन और कंधों के अलावा पिछले हिस्से में दर्द आपके तकिये के कारण होता है। बगैर तकिये के सोने पर इन अंगों में रक्त संचार बेहतर होगा और आप दर्द से निजात पा सकेंगे। तकिए के बिना सोने से आपकी गर्दन को भी दर्द और खिंचाव से आजादी मिलती है और आपके कंधे भी परेशान नहीं करते।

पूरी तरह से ना छोड़े

कई बार गलत तकिये का इस्तेमाल से मेंटल प्रॉब्लम भी हो सकता है। यदि तकिया टाइट है तो ये आपके सर पर बेवजह दबाव बना सकता है जिससे मेंटल डीजीज बढ़ने की संभावना रहती है। अगर आप पहले ही गर्दन, कंधें और रीढ़ की समस्‍या से ग्रस्‍त हैं तो जानकारी मिलने पर एकदम से तकिया लगाना ना छोड़ें वरना आप को बेहतर नींद नहीं आयेंगी और तनाव और चिढ़चिढ़ाहट महसूस करेंगे। अच्‍छा होगा आप एक बड़ा तौलिया लें और उसे तकिये की तगह फोल्‍ड करके इस्‍तेमाल करें। पहले उसकी तह तकिये की ऊंचाई जितनी मोटी रखें और फिर धीरे धीरे उसे पतला करते जायें और आखिर में छोड़ दें।

 

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