Premanand Ji Maharaj Motivation: प्रेमानंद जी महाराज ने सिखाया ज़िन्दगी का सबक, बताया बच्चों के मार्गदर्शन का सही तरीका
Premanand Ji Maharaj Motivation: आज हम आपको उनके द्वारा बताई गयी कुछ अहम् बातों पर विचार करेंगे। जिसने न सिर्फ उनके भक्तों को बल्कि हर किसी को प्रेरित किया है।
Premanand Ji Maharaj Motivation: प्रेमानंद जी महाराज अपनी ज्ञान भरी बातों और मोटिवेशनल विचारधारा के साथ सोशल मीडिया पर काफी पॉपुलर हैं। महाराज जी राधा रानी के परम भक्त हैं और सदैव प्रभु भक्ति के लिए सभी को प्रेरित करते हैं। आज हम आपको उनके द्वारा बताई गयी कुछ अहम् बातों पर विचार करेंगे। जिसने न सिर्फ उनके भक्तों को बल्कि हर किसी को प्रेरित किया है।
प्रेमानंद जी महाराज के विचार
1.निराश मत होना अगर आज भोजन नहीं है भगवान पे विश्वास रखो और सच्चे मार्ग पे चलो। एक दिन आप भंडारा करने के लायक हो जाओगे।
2. बच्चों का सही मार्गदर्शन करना हर माता-पिता की प्राथमिक जिम्मेदारी है। जब बच्चे गंदे विचारों, गंदे आचरण, और गंदी कुसंगति से दूर रहते हैं, तो ही वह समाज में सकारात्मक योगदान कर पाते हैं।
3. पूरा जीवन मुशीबतों से भरा हुआ है।भगवान को नहीं छोड़ोगे तो कोई भी चिंता तुम्हें नहीं डरा सकती। भगवान का भजन करो, जैसी भी परिस्थिती आती है हमारे कर्मों के अनुसार आ रही है। जब चिंतन भगवान से होगा, तो भगवान खुद आके संभालेंगे।
4. नाम रुपी धन, अच्छे कर्म, और बुजुर्गों की सेवा से हम असली ख़ुशी प्राप्त कर सकते हैं, ईश्वर का नाम जप करने से जीवन को सार्थक कर सकते हैं।
5. मन को भोगों और विषय विकारों से बचाना है तो नाम रुपी मार्ग में लगना चाहिये।
6. अपनी इन्द्रियों और अपने मन को निरंतर को सत्य और ईश्वर भजन मार्ग में लगाने से भगवद प्राप्ति कर सकते हैं।
7. अशुभ कर्मों के दंड से अगर बचना है, तो प्रभु का नाम जप करो। राधा नाम का उच्चारण करने से कर्म आपको दंड नहीं दे सकते।
8. जब नाम जप करेंगे एक ऐसी स्थिति आएगी हर दुःख और हर निंदा को हस के सह जायें। सुन्दर से सुन्दर भोग आपके सामने हो आपको भोगने की इच्छा नहीं होगी। तब आप निष्पाप हो गए हैं।
9. अगर हमारे पास नाम रुपी धन है और भाव देह मिल जाये, तो जीते जी मृत्यु का डर खत्म हो जायेगा।
10. क्रोध को नियंत्रण करने के लिए सबसे पहले आहार ठीक करो। नाम जप करो, अच्छा आहार करो, जब कोई गुस्सा दिलाने वाली बात करे तो निस्चित करें भगवान आपके पाप को नष्ट करने के लिये कोई लीला रच रहे हैं।
11. अगर अपने मन को शांत करना है, तो हमें अपने मन को नाम रुपी अभ्यास मैं लगाना पड़ेगा। राधा कृष्ण ही एक सर्व श्रेष्ठ नाम है है जो आपका उधर कर सकता है।