Sawan Somwar 2023: सावन में करना है भोलेनाथ को खुश, गलती से भी न करे ये काम

Sawan Somwar 2023: शास्‍त्रों में भी सावन महीने को लेकर कुछ नियम जैसे क्या करे क्या न करें ऐसी बाते उल्लिखित है। यह नियम हमारे रोज के खानपान के साथ व्यक्ति के आचरण को लेकर बाते साझा करती हैं।

Update:2023-07-02 14:31 IST
Sawan Somwar 2023 (Pic Credit -Social Media)

Sawan Somwar 2023: सावन के महीने को बाबा भोलेनाथ और माता पार्वती को समर्पित माना जाता है। हमारे हिंदू धर्म में यह मान्यता है कि सावन ही वह महीना था जब माता आदिशक्ति को उनकी तपस्या के बाद भोलेनाथ उनको जीवन साथी के रूप में मिले थे। इस पूरे महीने भर भगवान शिव और माता पार्वती को प्रसन्न करने का एक बेहतर अवसर होता है। जिसके लिए इस महीने प्रति दिन बाबा भोलेनाथ को विशेष पूजा अर्चना करके मनाया जाता है। शिवभक्त अपने इष्ट को पूरे श्रद्धा भाव से गंगाजल का अभिषेक करते है। बेलपत्र, धतूरा जैसे भगवान शिव को पसंद की सामग्री चढ़ाते है। सावन माह में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए श्रद्धालु रुद्राभिषेक करवाते है। ऐसी धारणा है कि श्रद्धा भाव और साफ मन से जो भी व्यक्ति भगवान शिव की पूजा इस महीने में करते है भोलेनाथ उनको सभी पाप से मुक्ति दे देते है। साथ ही अपना आशीर्वाद बनाए रखते है। जिससे भक्त के जीवन में खुशहाली बनी रहती है साथ ही निरोग्य रहने का वरदान मिलता है। पौराणिक मान्य है कि यदि कुंवारी कन्याएं सावन के महीने में शिव जी कका पूजा विधि पूर्वक करती हैं तब उन्हें मन चाहा जीवन साथी मिलता है। भोलेनाथ के प्रति अपार भक्ति और उनके शक्ति का पावन श्रावण मास जल्द ही आरंभ होने वाला है।

माता पार्वती और बाबा भोलेनाथ की साथ करे पूजा

सावन के इस पावन महीने में भगवान शिव और माता आदिशक्ति दोनों की साथ में पूजा अर्चना करनी चाहिए। सावन के पूरे महीने में भक्तों को श्रद्धा पूर्वक प्रतिदिन स्नान करके शिवजी का अभिषेक करना चाहिए। साथ ही मां पार्वती का आशीर्वाद लेना चाहिए। इस पावन सावन महीने के हर सोमवार भक्त श्रद्धा पूर्वक उपवास रखते है। इसके साथ ही शास्‍त्रों में भी सावन महीने को लेकर कुछ नियम जैसे क्या करे क्या न करें ऐसी बाते उल्लिखित है। यह नियम हमारे रोज के खानपान के साथ व्यक्ति के आचरण को लेकर बाते साझा करती हैं। यहां हम आपको बताएंगे कि सावन में क्या न करे जिससे बाबा भोलेनाथ को नाराज होने का मौका मिलें -

58 दिन का सावन बहुत शुभ है

इस वर्ष भगवान शिव का महीना एक नहीं बल्कि पूरे दो महीने रहने वाला है। यह योग 20 इस बाद बन रहा हैं। जिससे यह सावन का महीना और भी अधिक ख़ास होने वाला है। सावन का महीना इस साल 4 जुलाई से शुरू होने वाला हैं यह पूरा 30 अगस्त तक रहने वाला है। इस बीच कुल 8 सोमवार पड़ेगा। इस 8 सोमवार में शिवभक्त व्रत रखकर महादेव की पूजा अर्चना कर उचित फल की उम्मीद कर सकते है।भगवान शिव को और माता पार्वती को खुश करने का यह बहुत ही अच्छा मौका हैं ऐसे में विधि विधान से पूजा अर्चना करके कुछ नियमों का पालन करके आप बाबा भोलेनाथ को आसानी से प्रसन्न कर सकते है।

सावन महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।

तो यह काम न करें -

सावन में गलती से भी ना करें इनका सेवन

  • सावन का महीने में बैंगन, पत्तेदार सब्जियां, साग, लहसुन प्याज, मांस, मछली और मदीरा का सेवन करने से परहेज करे।
  • सावन मास में भक्तों को मांसाहारी भोजन से दूरी बनाकर रखना चाहिए की बजाए और सादा खाना बिना लहसुन प्याज के खाना चाहिए।
  • सावन के महीने में भूलकर भी शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • सावन के महीने में अदरक, लहसुन, प्‍याज, बैगन और मूली खाना भी गलत माना गया है। यह सब चीजे खाने से बचना चाहिए ।
  • सावन के महीने में दूध पीने से भी बचना चाहिए क्‍योंकि सावन में दूध से शिवजी का अभिषेक भक्तों द्वारा किया जाता है।

सावन में यदि आप सोमवार का व्रत रखते है तो भूलकर भी बीच में व्रत न तोड़े। अगर आप पूरे दिन व्रत नहीं कर सकते हैं तो एक समय फलाहार खाकर व्रत करे।

सावन के महीने में दाढ़ी भी न बनाएं। सावन के महीने में घर-परिवार में शांति का माहौल बनाए, हर प्रकार के झगड़े से दूर रहने की कोशिश करे।

सावन मास में शिवलिंग की पूजा करने के समय उस पर हल्दी न चढ़ाएं. ऐसा कहा जाता है कि इससे भगवान शिव नाराज हो जाते हैं।

सावन मास में शिवजी की पूजा के दौरान औरतों को शिवलिंग को नहीं छूना चाहिए। मान्यतानुसार, शिवलिंग को छूने से माता पार्वती नाराज हो जाती हैं। जिसका भक्त के जीवन पर प्रभाव पड़ता है।

अगर सोमवार का व्रत रखते है और भगवान शिव की पूजा करने जा रहे हैं तब काले वस्त्र न धारण करे। इस महीने हरे रंग का कपड़ा पहनना शुभ का प्रतीक होता है।

सावन महीने में बुरे काम न करे और यहां तक कि मन में बुरे विचार आने से भी बचना चाहिए। परिवार, गुरु, मेहमान या किसी भी व्‍यक्ति को अपमानित न करें।

सावन के महीने में घर आए जरूरतमंद को खाली हाथ न भेजे। यदि गाय-बैल, कुत्‍ता आदि कोई पशु भी आए तो उसे भोजन दें। पशुओं को न सताएं।

सावन महीने में शरीर पर तेल लगाना अशुभ माना जाता है. ऐसा करने से बीमारियों के शिकार हो सकते है।

बाबा भोलेनाथ को पूजने के दौरान ध्‍यान रखें कि उन्‍हें हल्‍दी और कुमकुम न चढ़ाए। हल्‍दी औरतों से जुड़ा हुआ है और कुमकुम भी औरत के ही सुहाग की निशानी है।

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