आपके इन गैजेट्स में छिपा हो सकता है ये जानलेवा वायरस, ऐसे रखें खुद को सुरक्षित
कोरोना वायरस दुनियाभर के देशों में फैल चुका है और भारत में अभी तक इसके कई मामले सामने आ चुके हैं इसमें इटली के 16 पर्यटक भी शामिल हैं । चीन में इस वायरस की वजह से अभी तक तीन हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या एक लाख पार कर गई है।
जयपुर:कोरोना वायरस दुनियाभर के देशों में फैल चुका है और भारत में अभी तक इसके कई मामले सामने आ चुके हैं इसमें इटली के 16 पर्यटक भी शामिल हैं । चीन में इस वायरस की वजह से अभी तक तीन हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या एक लाख पार कर गई है।
कोरोना वायरस का फिलहाल कोई इलाज नहीं है। हालाकि, कुछ सावधानियां बरती जा रही है वायरस से अपने आप को बचा सकते है। इससे बचने के लिए मास्क लगाना और बार-बार हाथ धोना जितना जरूरी है, उतना ही जरुरी है इस्तेमाल में आने वाले गैजेट्स की साफ-सफाई भी जरूरी। स्मार्टफोन और दूसरे गैजेट्स को बैक्टिरिया और वायरस बड़ी आसानी से अपना घर बना लेते हैं। इसलिए कुछ ऐसे तरीके है जिनकी मदद से आप सुरक्षित रह सकते हैं...
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रुमाल और स्मार्टफोन को न रखें साथ कोरोना वायरस से सेफ्टी के लिए जरूरी है अपने स्मार्टफोन और रुमाल को एक साथ न रखा जाए। दिनभर में हम रुमाल और स्मार्टफोन का कई बार इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में इन दोनों को एक साथ रखने में इंफेक्शन का खतरा काफी बढ़ जाता है। रुमाल को हाथ पोछने के अलावा छींकने और खांसते वक्त भी हम अपने मुंह पर रख लेते हैं। वहीं, स्मार्टफोन को हम बार-बार हाथ धोकर नहीं उठाते। ऐसे में इन दोनों को अलग रखना ही सही है।
इयरफोन्स का करें इस्तेमाल फोन छूने के बाद चेहरे पर हाथ लगाना इंफेक्शन को बुलावा देने जैसा है। ऐसे में वायरस से बचने के लिए आप इयरफोन्स का इस्तेमाल कर सकते है। ईयरफोन्स फोन और हमारे चेहरे के बीच जरूरी दूरी बनाए रखने के लिए एक बेस्ट गैजेट है।
कैफे या किसी पब्लिक प्लेस के कंप्यूटर, पब्लिक कंप्यूटर या साइबर कैफे का इस्तेमाल करने से बचें। दरअसल, वहां कई लोगों का आना होता है और वह लोग सिस्टम और यूज करते हैं। ऐसे में यह कहना मुश्किल होता है कि कौन इस वायरस से संक्रमित है। कोरोना वायरस के बारे में यह कहा जा रहा है कि यह वायरस दरवाजों के हत्थों, बसों और मेट्रो ट्रेन में सहारे के लिये पकड़े जाने वाली लोहे की छड़ों जैसी जगहों पर ये 9 दिनों तक जीवित रह सकता है। इतना ही नहीं 200 मीटर की दूरी तक अगर कोई व्यक्ति संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है तो फैल सकता है।
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स्मार्टफोन अगर IP68 रेटिंग वाला स्मार्टफोन है, तो उसे साबुन या हैंड सैनिटाइजर से साफ कर सकते हैं। ऐसा करने से पहले फोन को स्विच ऑफ कर लें। आमतौर पर ऐल्कॉहॉल वाले किसी भी प्रॉडक्ट से गैजेट्स को क्लीन करने के लिए मना किया जाता है, लेकिन कभी-कभी ऐसा करना जरूरी हो जाता है। आप 60% ऐल्कॉहॉल कंटेंट वाले सलूशन (हैंड सैनिटाइजर) से अपने फोन को क्लीन कर सकते हैं।
लैपटॉप को रखें साफ कोरोना वायरस से बचाव के लिए लैपटॉप को भी साफ रखना बेहद जरूरी है। इसके लिए सबसे पहले लैपटॉप को ऑफ कर दें और 60% ऐल्कॉहॉल वाले सलूशन से इसकी सफाई करें। सलूशन अगर ज्यादा लग गया हो तो उसे टिशू पेपर से सुखा दें।