Brajesh Pathak Family: ब्रजेश पाठक के परिवार में है कौन-कौन, यहां जानें सभी डिटेल्स
Brajesh Pathak Family: ब्रजेश पाठक उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के मल्लावां में एक हिंदू, ब्राह्मण परिवार में जन्मे थें। आइए जानें उनके परिवार में कौन-कौन है।
Brajesh Pathak Family: ब्रजेश पाठक, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के मशहूर राजनेता और उत्तर प्रदेश राज्य के उपमुख्यमंत्री हैं। पाठक (Brajesh Pathak) ने स्टूडेंट लाइफ के दौरान ही राजनीति में एंट्री कर ली थी। वह लखनऊ में छात्र राजनीति का चेहरा रहे थे। पहली बार 2004 के आम चुनावों में उन्नाव की लोकसभा सीट से जीत हासिल करके संसद सदस्य बने। वह पिछली भाजपा यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए थे और साल 2022 में उन्होंने उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ली थी। आज हम आपको ब्रजेश पाठक के परिवार और राजनीतिक करियर के बारे में बताने जा रहे हैं। चलिए जानते हैं उनकी फैमिली में कौन-कौन है और क्या करता है।
ब्रजेश पाठक का परिवार (Brajesh Pathak Family Members Details In Hindi)
यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का जन्म 25 जून 1964 को उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के मल्लावां में एक हिंदू, ब्राह्मण परिवार (Brajesh Pathak Cast) में हुआ था। उनके पिता सुरेश पाठक (Suresh Pathak) पेशे से एक होम्योपैथिक डॉक्टर थे। उनकी माता का नाम कमला पाठक था। ब्रजेश ने साल 1995 में नम्रता पाठक (Namrata Pathak) से शादी रचाई थी। नम्रता भी राजनीति का हिस्सा रही हैं। मायावती की सरकारर के दौरान ब्रजेश पाठक की पत्नी राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष रह चुकी हैं। नम्रता और ब्रजेश के तीन बच्चे हैं, दो बेटियां और एक बेटा। उनकी बेटियों का नाम वेदिका और शांभवी पाठक है। वहीं, बेटे का नाम कार्तिक पाठक है।
कितना पढ़े-लिखे हैं ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak Education In Hindi)
बता दें ब्रजेश पाठक एक सफल राजनेता होने के साथ ही एक वकील भी हैं। उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से कानून में ग्रेजुएशन (एलएलबी) की डिग्री हासिल की है। LU में पढ़ाई के दिनों से ही छात्र राजनीति और सार्वजनिक सेवा में सक्रिय रहे हैं। 1989 में छात्र संघ उपाध्यक्ष चुने गये और फिर 1990 में लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्रसंघ का अध्यक्ष बनाए गए।
12 साल बाद वह कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए और 2002 के विधानसभा चुनाव में मल्लावां सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे। हालांकि इस इलेक्शन में उन्हें मात्र 130 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद वह साल 2004 में कांग्रेस छोड़कर बसपा में शामिल हो गए। फिर इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में वह बसपा के टिकट पर उन्नाव संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने गए। 2009 में मायावती ने उन्हें राज्यसभा भेज दिया। 2014 में पाठक ने दोबारा उन्नाव से बसपा की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन इस बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
2016 में ज्वॉइन की भाजपा
इसके बाद वह यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 2016 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्हें बीजेपी ने लखनऊ सेंट्रल सीट से उम्मीदवार बनाया। इस चुनाव में उन्हें जीत हासिल हुई और उन्होंने 19 मार्च 2017 को योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बनी सरकार में कानून मंत्री के तौर पर शपथ ली। इसके बाद साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने लखनऊ छावनी निर्वाचन क्षेत्र से बड़े अंतर से जीत दर्ज की। इस बार उन्हें उपमुख्यमंत्री बनाया गया। इसके साथ ही वह चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण के कैबिनेट मंत्री भी हैं।