Premanand Maharaj: क्यों प्रेमानंद महाराज जी इतनी लम्बी दाढ़ी रखते हैं, ये राज आपको हिला देगा
Vrindavan Wale Premanand Maharaj: आइये जानते हैं कि आखिर क्यों प्रेमानंद जी इतनी लम्बी दाढ़ी क्यों रखते हैं इसके पीछे कोई राज़ है या कोई और बात है।
Vrindavan Wale Premanand Maharaj: प्रेमानंद महाराज जी को आप निश्चित रूप से जानते होंगे लेकिन उनकी ज़िन्दगी के बारे में शायद आपको ज़्यादा अच्छे से न पता हो। आज हम आपको उनसे जुड़े कई राज़ बताने जा रहे हैं। जिसका खुलासा शायद ही किसी ने कभी किया हो। उनकी प्रेरणादायक बातें लोगों के जीवन को एक नई दिशा दे रही है जिससे उन्हें सकारात्मकता की और बढ़ने की एक नई प्रेरणा मिली है। वहीँ प्रेमानंद महाराज जी एक साधारण जीवन जीते आये हैं। आइये जानते हैं कि आखिर क्यों प्रेमानंद जी इतनी लम्बी दाढ़ी क्यों रखते हैं इसके पीछे कोई राज़ है या कोई और बात है।
प्रेमानंद महाराज जी की लम्बी दाढ़ी का राज़
प्रेमानंद महाराज जी वृंदावन में राधा रानी का भजन कीर्तन करते हैं। इतना ही नहीं आपने महाराज जी के सोशल मीडिया पर कई वीडियोस भी देखें होंगे जो आपको सही रास्ते पर चलने और किसी और का धन न हड़पने की सलाह देते नज़र आ जाते हैं। फिलहाल उनकी पॉपुलैरिटी काफी बढ़ती जा रही है। उनके भक्तों में केवल उम्रदराज़ लोग ही नहीं बल्कि युवा भी हैं।
सनातन धर्म में व्यक्ति के तीन आश्रम बताये गए हैं जिसमे से एक है सन्यास आश्रम। जब आप सन्यास लेते हैं तो ऐसे में आप बस प्रभु भक्ति में लीं रहते हैं और आपको इसमें सांसारिक कर्मकाण्ड का त्याग करना होता है। इसके साथ ही दाढी और मूछों पर भी ध्यान नहीं दिया जाता है। इसलिए सन्यास में लोगों के बाल व दाढी बढ़े हुए रहते है।
गौरतलब है कि ऋषि मुनियों के पास समय नहीं होता था कि वो खुद पर ध्यान दें और अपने बाल कटाएं या दाढ़ी बनाये। जब ये सब नियम बनाये गए तब न तो किसी ब्लेड का आविष्कार हुआ था और न ही कोई ऐसे धारदार चीज़ें थी जिनसे वो ये काम ले सकते थे। इस वजह से वो अपनी दाढ़ी मूंछ नहीं कटवाते थे। जहाँ महिलाएं अपने बालों को हमेशा से ही लम्बे रखतीं आईं हैं वहीँ पुरुष भी अपनी दाढ़ी और बाल लम्बे ही रखते थे। वहीँ साधु संतों ने इसे सन्यास आश्रम से जोड़ा जहाँ वो प्रभु भक्ति में लीं रहते थे।
लेकिन धीरे धीरे बाकि लोगों ने दाढ़ी मूछे हटाना शुरू कर दिया। वहीँ नए नए अविष्कारों और खोज ने कई बातों का खुलासा किया जैसे वैज्ञानिकों ने बताया कि बाल व दाढी बढ़ाने से गन्दगी बढ़ सकती है लेकिन अगर इसका ख्याल रखा जाये तो ऐसा नहीं होने पायेगा। फिलहाल इन सब बातों के चलते बहुत से लोगों ने अपनी दाढ़ी और बाल कटवाने शुरू कर दिए।
फिलहाल जिस तरह से सनातन धर्म में ऋषि मुनियों के लिए कई चीज़ें कही गईं हैं। उसी का पालन करते हुए प्रेमानंद महाराज जी अपनी दाढ़ी नहीं करते और वो इतनी लम्बी हो चुकी है कि वो उसका जूड़ा बनाकर रखते हैं।