Transgender Visibility Day:अंतर्राष्ट्रीय ट्रांसजेंडर विजिबिलिटी दिवस पर ट्रांसजेंडर रैंपवॉक कर बिखेरा जलवा
International Transgender Visibility Day: अंतरराष्ट्रीय ट्रांसजेंडर विज़िबिलिटी दिवस में आयोजित कार्यक्रम के दौरान रैंप वॉक के साथ ही किन्नर समाज साक्षरता और शिक्षा को बढ़ावा देते हैं जिससे समाज में अपनी पहचान बनाने का अवसर मिलेगा ।
International Transgender Day of Visibility: अंतरराष्ट्रीय ट्रांसजेंडर विज़िबिलिटी दिवस के तहत लखनऊ के किन्नर समाज ने उत्तर प्रदेश खादी ग्राम उद्योग मंडल के साथ मिलकर रैंप वॉक कर इस दिवस को धूम धाम से मनाया समानता और सम्मान के लिए किन्नर और उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग मण्डल की ओर से अंतर्रष्ट्रिय ट्रांसगेंदेर विज़िबिलिटी डे पर किन्नरो ने रैंप वॉक कर इस दिवस को धूमधाम से मनाया।
कार्यक्रम में खादी पहन भारतीय संस्कृति को दर्शाया
खादी फैशन शो के दौरान सभी किन्नरों ने खादी की साड़ी, कुर्ता पहनकर किन्नर समाज के साथ ही अपनी भारतीय संस्कृति को भी दर्शाया। किनारों को भारतीय समाज का हिस्सा समझकर भारत की संस्कृति, प्रचार प्रसार का एक अहम हिस्सा बनाने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में मौजूद लोग
किन्नर समाज की देविका देवेन्द्र एस मंगलामुखी, यदुवेंद्र सिंह दरवेश, अमृता सोनी और निलोफर मासके कार्यक्रम में मौजूद रहे। इनके साथ ही उत्तर प्रदेश खादी ग्राम उद्योग इसके साथ ही उत्तर प्रदेश खादी ग्राम उद्योग मण्डल के सदस्य महेंद्र, लेखक महेंद्र भीष्म, कथक नृत्यांगना अर्चना स्निग्धा वाजपेयी मौजूद रहे। रैंप वॉक में किन्नरों के साथ महिलाएं और पुरुषों ने भी हिस्सा लिया। किन्नरों ने महिलाओं और पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर समानता की लड़ाई के लिए रैंप वॉक करा।
रैम्प वॉक के साथ ही किन्नर समाज ने साझा करी अपनी समस्याएँ
रैंप वॉक के साथ ट्रांसजेंडर डे ऑफ विज़िबिलिटी की खुशियां मनायी। साथ ही किन्नर समाज के लोगों ने अपनी समस्याओं को भी सबके समक्ष साझा भी करा। वह कहते है “किन्नर समाज में साक्षरता को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। सभी शिक्षा प्राप्त करेंगे तो समाज की समस्याओं को दूर किया जा सकता है एवं समाज में अपना अस्तित्व बनाए रखने के लिए सभी मिलकर एक सकारात्मक पहल कर सकेंगे। समाज के सभी लोगों को किन्नर समाज के साथ प्रेम और समानता के साथ रहने की शिक्षा भी प्रदान करनी चाहिए।”