Rewa News: बाल श्रम का शिकार हुआ 13 साल का मासूम, थ्रेशर से कट गईं हाथ की अंगुलियां
Rewa News: गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत नाइकी खजुआ गांव में 13 साल उम्र के बच्चे का हाथ गेहूं की फसल की गाहाई करते समय थ्रेशर मशीन में चला गया। जिससे उसके हाथ की अंगुलियां कट गईं।
Rewa News: गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत नाइकी खजुआ गांव में 13 साल उम्र के बच्चे का हाथ गेहूं की फसल की गाहाई करते समय थ्रेशर मशीन में चला गया। जिससे उसके हाथ की अंगुलियां कट गईं। इस घटना से गांव में हड़कंप मच गया। जबकि मासूम जिंदगी भर के लिए एक हाथ की हथेली से लाचार हो गया।
पास खेल रहे बच्चों ने दी जानकारी
जिस वक्त वो बच्चा मजदूरी कर रहा था, उसी की उम्र के कुछ बच्चे पास खेल रहे थे। बच्चा गेंहू मशीन में डाल रहा था, उसी दौरान बच्चे का हाथ थ्रेशर में फंसकर कट गया। ये देख आसपास के बच्चों ने शोर मचाया और उस बच्चे के माता-पिता को इस बारे में जानकारी दी। परिजन मौके पर पहुंचे और बच्चे की अंगुलियों को समेटकर पन्नी में भरकर संजय गांधी हॉस्पिटल लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने बच्चे का इलाज तो किया पर उसकी अंगुलियां वापस नहीं जुड़ सकीं।
बाल श्रम कराने का आरोप
बच्चे के माता पिता का कहना है थ्रेशर चलवाने वाले लोग उसके बेटे को बहला-फुसलाकर मजदूरी करने के लिए ले गए थे। थ्रेशर के मालिक की लापरवाही के कारण उनके बेटे का हाथ कटा है। परिजनों का आरोप है कि जबरदस्ती उनके बेटे के साथ बंधुआ मजदूरी कराई जा रही थी। मजदूरों से काम कराना थ्रेशर मालिकों को महंगा लगता है, इसलिए छोटे बच्चों को चंद रूपयों का लालच देकर बंधक बना लेते हैं और मनचाहा काम कराते हैं।
परिजनों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि जिंदगी भर के लिए उनका बेटा एक हाथ से अपाहिज हो गया है, जिसकी जिम्मेदारी उस थ्रेशर के मालिक ललन सिंह की है। इसलिए उस थ्रेशर के मालिक पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उधर, पुलिस का कहना है कि इस बारे में कोई शिकायती पत्र मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्राथमिक जानकारी के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।