MP Cabinet Expansion: शिवराज सरकार का आज हुआ मंत्रिमंडल विस्तार, तीन विधायक बने मंत्री, उमा भारती के भतीजे भी शामिल
Madhya Pradesh Cabinet Expansion Today: विधानसभा चुनाव से ऐन पहले हुए इस कैबिनेट विस्तार के कयास काफी समय से लग रहे थे, जो आखिरकार आज संपन्न हुआ। राजभवन में तीन विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई।
Madhya Pradesh Cabinet Expansion Today: चुनावी दहलीज पर खड़े मध्य प्रदेश में दो महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। मगर उससे पहले आज यानी शनिवार को शिवराज सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हुआ है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश के तीन अलग-अलग इलाकों से आने वाले अपने कद्दावर नेताओं को कैबिनेट में शामिल किया है। विधानसभा चुनाव से ऐन पहले हुए इस कैबिनेट विस्तार के कयास काफी समय से लग रहे थे, जो आखिरकार आज संपन्न हुआ। राजभवन में तीन विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा समेत अन्य मंत्रियों की उपस्थिति में राज्यपाल मंगु भाई पटेल ने एक सादे समारोह में तीनों विधायकों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। मंत्री बनने वालों में राजेंद्र शुक्ला, गौरीशंकर बिसेन और राहुल सिंह लोधी शामिल हैं। कैबिनेट में नए सदस्यों के आगमन के साथ ही शिवराज सरकार में मंत्रियों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। हालांकि, एक पद अभी भी खाली है।
पुराने नेताओं को संतुष्ट करने की कोशिश
मध्य प्रदेश बीजेपी में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे वाले कांग्रेसी नेताओं के आगमन के बाद भगवा दल के कई स्थापित नेताओं को अपना सियासी भविष्य संकट में नजर आने लगा है। पूर्व मंत्री दीपक जोशी जैसे वरिष्ठ नेताओं ने तो अपनी निष्ठा भी बदल ली। इसके अलावा आए दिन नेताओं की नाराजगी से जुड़ी खबरें और उनके पार्टी छोड़ने की खबरें आती रहती हैं। एमपी के सियासी गलियारों में इन दिनों एक बात काफी मशहूर है कि यहां बीजेपी के तीन खेमे हैं – शिवराज भाजपा, महाराज भाजपा और नाराज भाजपा।
विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के चढ़ते ग्राफ और अपने कद्दावर नेताओं की नाराजगी को देखते हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी डैमेज कंट्रोल में जुटी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह लगातार राज्य के दौरे पर हैं। विशेषकर शाह की पिछले दिनों हुई सरप्राइज विजिट काफी खबरों में रही थी। बीजेपी ने जिन चेहरों को आज कैबिनेट विस्तार में शामिल किया है, उससे साफ है कि पार्टी अपने बड़े नेताओं की नाराजगी को गंभीरता से लेने लगी है।
फिर मंत्री बने राजेंद्र शुक्ला
राजेंद्र शुक्ला मध्य प्रदेश के विंध्य इलाके में भारतीय जनता पार्टी के सबसे कद्दावर राजनेताओं में हैं। 2003 में पहली बार विधानसभा चुनाव जीतने वाले शुक्ला तब से लगातार विधायक बनते आ रहे हैं। उन्हें सीएम शिवराज सिंह चौहान का काफी करीबी माना जाता है। साल 2020 में जब कमलनाथ सरकार के गिरने के बाद प्रदेश में भाजपा सरकार बनी थी, तब भी शिवराज उन्हें अपनी कैबिनेट में शामिल करना चाहते थे मगर तब वे ऐसा नहीं कर पाए थे। रीवा सीट से चार के विधायक शुक्ला को मंत्री बना कर बीजेपी इस इलाके में अपने दबदबे को बरकरार रखना चाहती है। 2018 में जिले की सभी 8 सीटों पर भगवा लहराया था।
उमा भारती के भतीजे भी बने मंत्री
भारतीय जनता पार्टी की फायरब्रांड लीडर और एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती को भी इस मंत्रिमंडल विस्तार से साधने की कोशिश की गई है। उनके भतीजे राहुल सिंह लोधी को कैबिनेट में शामिल किया गया है। लोधी टीकमगढ़ जिले की खरगापुर सीट से विधायक हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती कई मौकों पर कुछ नीतियों को लेकर शिवराज सरकार की आलोचना कर चुकी हैं, जिससे बीजेपी को असहज स्थिति से गुजरना पड़ा है। शराबबंदी की मांग करते हुए वे अपनी ही सरकार को घेर चुकी हैं। उन्होंने पार्टी में हो रही उपेक्षा पर भी दुख जताया था।
महाकौशल में प्रदर्शन सुधारने की कोशिश
भारतीय जनता पार्टी को 2018 के विधानसभा चुनाव में एमपी के महाकौशल इलाके में तगड़ा झटका लगा था। इसलिए वह जादुई आंकड़े की रेस में कांग्रेस से थोड़ी पीछे रह गई थी। इस इलाके में कुल 38 सीटें पड़ती हैं, जिनमें से बीजेपी को महज 13 पर जीत मिली थी और कांग्रेस के खाते में 24 सीटें गई थीं। भगवा दल ने इस बार इलाके में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए कद्दावर नेता गौरीशंकर बिसेन को फिर से कैबिनेट में शामिल किया है। बिसेन बालाघाट से सात बार विधायक और दो बार लोकसभा सांसद बन चुके हैं। वे एमपी बीजेपी के तीन बार उपाध्यक्ष रहे हैं। मंत्रीपद नहीं मिलने की वजह से उनके नाराज होने की खबरें आती रहती थीं। ऐसे में बीजेपी उन्हें कैबिनेट में शामिल कर महाकौशल इलाके में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद कर रही है।