MP Elections 2023: मध्य प्रदेश में भाजपा की नई रणनीति,यूपी के 100 विधायक एमपी में करेंगे चुनावी सर्वे
MP Assembly Election 2023: चुनावी रणनीति को फेल करने के लिए भाजपा की ओर से जोरदार तैयारी की जा रहे हैं। इसके लिए पार्टी हाईकमान ने उत्तर प्रदेश के 100 विधायकों की मदद लेने का भी फैसला किया है।
Madhya Pradesh Assembly Elections 2023: 2024 की सियासी जंग से पहले भाजपा मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों को लेकर भी काफी सतर्क दिख रही है। इसी कारण पार्टी ने इन दोनों राज्यों में चुनाव तारीखों की घोषणा से पहले ही कई सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। यह पहला मौका है जब पार्टी ने चुनाव की घोषणा से पहले ही मध्य प्रदेश की 39 और छत्तीसगढ़ की 21 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की चुनावी रणनीति को फेल करने के लिए भाजपा की ओर से जोरदार तैयारी की जा रहे हैं। इसके लिए पार्टी हाईकमान ने उत्तर प्रदेश के 100 विधायकों की मदद लेने का भी फैसला किया है। इन विधायकों को मध्य प्रदेश के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में भेजा जाएगा और वे जनता का मूड जानने के बाद केंद्रीय नेतृत्व को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।
कांग्रेस की तैयारियों से भाजपा सतर्क
दरअसल मध्य प्रदेश का विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए प्रतिष्ठा की जंग बन गया है। मध्य प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनी थी और कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाया गया था मगर 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया की अगुवाई में कई कांग्रेस विधायकों की बगावत के बाद भाजपा मध्यप्रदेश में अपनी सरकार बनाने में कामयाब हुई थी। उसके बाद से राज्य की कमान शिवराज सिंह चौहान ने संभाल रखी है।
कांग्रेस 2020 में किए गए सियासी खेल का बदला लेने की कोशिश में जुटी हुई है और इसके लिए पार्टी की ओर से जोरदार अभियान छेड़ दिया गया है। यही कारण है कि भाजपा भी अब मध्य प्रदेश के चुनाव को लेकर काफी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है।
राज्य में 39 उम्मीदवारों के नाम घोषित
भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की ओर से गुरुवार को पार्टी के 39 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए गए। सूची जारी करने के लिए पार्टी ने पहली बार चुनाव कार्यक्रम की घोषणा का इंतजार भी नहीं किया। मध्य प्रदेश में घोषित सूची में पांच महिला उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतर गया है।
अब भाजपा का शीर्ष नेतृत्व मध्य प्रदेश में चुनावी जीत हासिल करने के लिए एक और बड़ा कदम उठाने जा रहा है। उत्तर प्रदेश के सौ भाजपा विधायकों को मध्य प्रदेश के विभिन्न विधानसभा सीटों पर चुनावी सर्वे के काम में लगाने का फैसला किया गया है।
प्रशिक्षण के बाद विधायक करेंगे चुनावी सर्वे
इन विधायकों को प्रशिक्षण के बाद चुनावी सर्वे की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।। इसके लिए भोपाल में 19 अगस्त को प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। विधायकों को प्रशिक्षण देने के बाद राज्य के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में भेजने की तैयारी है।
यूपी के जिन विधायकों को सर्वे के काम में लगाया जा रहा है,वे विभिन्न क्षेत्रों में एक सप्ताह तक डेरा डाले रहेंगे। इस दौरान यूपी के विधायक मध्य प्रदेश की जनता का मूड मिजाज भांपने की कोशिश करेंगे। विभिन्न इलाकों का चुनावी माहौल समझने के बाद विधायकों की ओर से केंद्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
रिपोर्ट के आधार पर बनेगी चुनावी रणनीति
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शनिवार को आयोजित होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री शिवप्रकाश भी मौजूद रहेंगे। इस दौरान विधायकों को उनके काम करने के तौरतरीकों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी। 19 अगस्त को ट्रेनिंग लेने के बाद यूपी के सभी विधायकों को 20 अगस्त को विभिन्न विधानसभा क्षेत्र में भेज दिया जाएगा। विधायकों को गोपनीय तरीके से काम करना होगा और इस काम में स्थानीय नेताओं की मदद लेने पर पाबंदी रहेगी।
विधायकों की रिपोर्ट मिलने के बाद पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से प्रत्याशियों के नाम तय करने के साथ ही चुनाव रणनीति को लेकर भी बड़ा फैसला लिया जाएगा। पार्टी विधायकों की रिपोर्ट के आधार पर अलग-अलग चुनाव क्षेत्रों में अलग-अलग रणनीति अपनाएगी।
पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से विधायकों को अपने काम के संबंध में पूरी गोपनीयता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के हाथों मिली हार के बाद भाजपा काफी सतर्क रुख अपना रही है और इसी कारण मध्य प्रदेश में नई रणनीति पर अमल करने की तैयारी है।