MP Election 2023 : बेटों का भविष्य बनाने में जुटे ये 2 दिग्गज नेता, एक बना चुनाव प्रत्याशी तो दूसरे ने आलाकमान से पहले घोषित किए उम्मीदवार
MP Election 2023 : मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव जल्द ही नजदीक आ रहे हैं। 17 नवंबर को वोटिंग के बाद 3 दिसंबर को यह तय हो जाएगा कि इस बार भाजपा की सरकार बनेगी या फिर कांग्रेस की। इसी बीच आज हम आपको उन दो दिग्गज नेताओं के बारे में बताते हैं जो खुद तो लंबे समय से राजनीति में अपनी पकड़ बनाए ही हुए हैं लेकिन अब दोनों अपने बेटे को सेट करने में लगे हुए हैं।
MP Election 2023 : मध्य प्रदेश में इस समय विधानसभा चुनाव को लेकर प्रचार प्रसार किया जा रहा है। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही अपने-अपने प्रत्याशियों के साथ चुनाव मैदान में डटकर खड़ी हुई दिखाई दे रही है। प्रत्याशियों के समर्थन में दोनों ही पार्टी के दिग्गज नेता स्टार प्रचारक के तौर पर अलग-अलग विधानसभाओं में जाकर रैली और जनसभा भी कर रहे हैं।
मध्य प्रदेश के चुनावी माहौल के बीच आज हम आपको उन दोनों नेताओं के बारे में बताने जा रहे हैं जो वैसे तो लंबे समय से राजनीति का हिस्सा रहे हैं लेकिन अब वो चाहते हैं कि उनके बच्चे इस राजनीति के मैदान में कूद जाए और वह इन्हें सेट करने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगाने को तैयार दिखाई दे रहे हैं और तरह-तरह के राजनीतिक दांवपेंच अपना रहे हैं।
नकुल को सेट करने में लगे कमलनाथ
कमलनाथ कांग्रेस के एक दिग्गज नेता है और वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद को भी संभाल चुके हैं। हालांकि, सिंधिया समर्थक विधायकों के बीजेपी में शामिल हो जाने के बाद उनकी सरकार गिर गई थी लेकिन फिर भी राजनीति में उनकी अच्छी खासी पकड़ मानी जाती है। छिंदवाड़ा क्षेत्र उन्हीं की विधानसभा है और वहां पर उनका वर्चस्व काफी अच्छा है। नकुलनाथ कमलनाथ के बेटे हैं और इस विधानसभा चुनाव में उन्हें काफी सक्रिय देखा जा रहा है।
नकुलनाथ कर रहे थे उम्मीदवारों का ऐलान
जब कांग्रेस आलाकमान मध्य प्रदेश की विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर रही थी। उस समय छिंदवाड़ा से सिर्फ कमलनाथ का नाम सामने आया था जबकि वहां की अन्य छह सीटों पर कांग्रेस के कौन से उम्मीदवार खड़े होंगे यह घोषित नहीं किया गया था। जब पत्रकारों ने कमलनाथ से यह सवाल किया था की बची हुई 6 सीटों के उम्मीदवारों के नाम कब घोषित किए जाएंगे इस पर कमलनाथ ने चौंकाने वाला जवाब दिया था। वह यह कहते नजर आए थे कि कांग्रेस से पहले नकुलनाथ छिंदवाड़ा की 6 विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करेंगे।
अपने पिता की बात को सही साबित करने में नकुलनाथ में भी बिल्कुल देरी नहीं की और जब वहां दिल्ली में आलाकमान बैठकर उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा कर रही थी। तब नकुलनाथ को अलग-अलग विधानसभाओं में जाकर उम्मीदवार के नाम की घोषणा करते हुए देखा जा रहा था। इससे ये साफ जाहिर है कि कमलनाथ अब पूरी तरह से अपनी जगह अपने बेटे नकुलनाथ का वर्चस्व कायम करना चाहते हैं।
जयवर्धन के साथ दिग्विजय
दिग्विजय की न सिर्फ मध्य प्रदेश बल्कि देश की राजनीति में अच्छी पकड़ मानी जाती है। उन्होंने अपने राजनीतिक सफर में कई पदों की जिम्मेदारी संभाली है और अपनी रणनीति से अच्छे-अच्छे नेताओं की सिट्टी पिट्टी गुल करते दिखाई दिए हैं। इस विधानसभा चुनाव में दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह ने मध्य प्रदेश की राघौगढ़ विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया है। जिस समय जयवर्धन सिंह अपना नामांकन हासिल करने के लिए जा रहे थे उनके साथ काफिले में पिता दिग्विजय सिंह भी मौजूद थे। बता दें कि जयवर्धन पहले से ही राजनीति में एक्टिव है और साल 2013 में उन्होंने इसी सीट से चुनाव लड़ा था और विधायक बने थे। 2018 में उन्होंने वापस चुनाव लड़ा और जीत गए और कमलनाथ की सरकार ने उन्हें तब शहरी विकास एवं आवास मंत्रालय संभालने की जिम्मेदारी दी थी। अब एक बार फिर वो मैदान में हैं।