Rewa News: भाजपा के पास रैलियों के लिए पैसा है, पशुपालकों को मुआवजा देने लिए नहीं!,
Rewa News: सरकार के कान में जूं नहीं रेंग रही है। गुरूवार की संगठन की ओर से गांव-गांव में पुतला दहन करने का आह्वान किया गया था।
Rewa News: पशुपालकों को मुआवजा दिलाए जाने की मांग को लेकर बंसल समाज का आंदोलन 197वें दिन भी जारी रहा। संगठन के नेताओं ने अचरज जताया कि इतने लंबे वक्त से पशुपालक वर्ग के लोग मुआवजे की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन सरकार के कान में जूं नहीं रेंग रही है। गुरूवार की संगठन की ओर से गांव-गांव में पुतला दहन करने का आह्वान किया गया था।
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पशु चिकित्सा (Animal husbandry) विभाग के प्रमुखों पर कार्रवाई की मांग
संगठन की ओर से कहा गया कि पशु पालकों को मृत शूकरों का मुआवजा दिलाए जाने के साथ-साथ पशु चिकित्सा विभाग के प्रमुखों के खिलाफ की जानी चाहिए। संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई पर बसोर समाज इसके लेकर लंबे वक्त से आंदोलन कर रहा है। संयोजक शिव सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन के बुलावे पर संयुक्त किसान मोर्चा एवं बंसल समाज के आंदोलनकारियों की साझा मीटिंग का परिणाम बेनतीजा रहा है। जिससे नाराज बंसल समाज के आंदोलनकारियों एवं मोर्चे के नेताओं ने शिवराज सरकार के खिलाफ जिले भर में आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया है।
भाजपा सरकार पर साधा निशाना
मोर्चे के आह्वान पर जिले भर में कई जगह शिवराज सरकार का पुतला दहन किया गया। संयोजक शिव सिंह ने कहा कि शिवराज सरकार के पास करोड़ों-अरबों रुपए भारतीय जनता पार्टी की रैलियों में खर्च करने के लिए हैं। लेकिन गरीबों को राहत देने के लिए उनके पास कुछ नहीं है। यह बेहद शर्मनाक बात है कि समाज का एक वंचित वर्ग अपना अधिकार मांग रहा है, पर उसकी सुनने वाला कोई नहीं है। आंदोलन के तहत ग्राम बिहरा, अमरा, तमरादेश, दुआरी, रतहरा सहित अन्य गांवों में विरोध प्रदर्शन हुआ। इस दौरान ममता सिंह, झिलमिल, श्यामलाल द्विवेदी, राजेश गर्ग, तेजभान सिंह, सुरेंद्र सिंह, रामबहादुर पटेल, सर्वेश सिंह, राजकुमार सिंह अरुण, साकेत, जयलाल, सचिन सिंह, विक्रम सिंह, राजेश सिंह गब्बर, रामकुमार साकेत दद्दू, रामभान सिंह, केशव पटेल, बुद्धसेन पटेल, रामकुमार, विकास सिंह, लक्ष्मीकांत, गोविंद पटेल, रोहित पटेल, लालबहादुर पटेल, अनुदेश पटेल, अच्छेलाल पटेल, किसान नेता सुग्रीव सिंह, मोर्चे के नेता रामजीत सिंह, जिला पंचायत सदस्य लालमणि त्रिपाठी, इंद्रजीत सिंह शंखू, विश्वनाथ चोटीवाला, शोभनाथ कुशवाहा, संतकुमार पटेल, मलखान बंसल, सुरेंद्र, गीता बंसल आदि प्रदर्शनकारी मौजूद रहे।