Sidhi Peshab Kand: नेताओं ने की वादाखिलाफी, कोई वोट तक मांगने नहीं आ रहा, सीधी पेशाब कांड के पीड़ित ने बयां किया दर्द

Sidhi Peshab Kand: पीड़ित ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि घटना के कुछ समय बाद तक उनका परिवार परेशान हो गया था। क्योंकि बड़ी संख्या में नेताओं का उनके घर पर आना जाना शुरू हो गया था।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2023-10-27 08:32 GMT

Sidhi Peshab Kand victim  (photo: social media )

Sidhi Peshab Kand: चर्चित सीधी पेशाब कांड ने पूरे देश को हिला कर रखा दिया था। साथ ही इसने सियासी भूचाल भी ला दिया था। आरोपी के सत्तारूढ़ बीजेपी से संबंध सामने आने के बाद मामले ने और तूल पकड़ लिया था। मध्य प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार की में भारी किरकिरी हुई थी। स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को डैमेज कंट्रोल करने के लिए आगे आना पड़ा था। उन्होंने पीड़ित आदिवासी शख्स को सीएम हाउस बुलाकर उसकी खूब आवभगत की थी।

घटना के तकरीबन तीन माह हो गए हैं और एमपी में विधानसभा की चुनावी बयार भी बह रही है। इस लिहाज से मामला को ठंडा नहीं पड़ना चाहिए था लेकिन हकीकत यही है। पीड़ित अब खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। नेताओं ने उस दौरान उनसे जो वादे किए थे, उसे वे भूल चुके हैं। उन्हें नौकरी दिलाने का भरोसा दिया गया था। मगर अब पूछने वाला कोई नहीं है।

वोट तक मांगने नहीं आ रहा कोई

पीड़ित ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि घटना के कुछ समय बाद तक उनका परिवार परेशान हो गया था। क्योंकि बड़ी संख्या में नेताओं का उनके घर पर आना जाना शुरू हो गया था। मीडियाकर्मियों का भी जमावड़ा रहता था। नेता आते और उनसे वादे कर चले जाते। उन्होंने नौकरी दिलाने का वादा किया था, जो आज तक पूरा नहीं हुआ। पीड़ित ने बताया कि अभी तक कोई भी नेता मेरे पास इस चुनाव में वोट मांगने नहीं आया है।

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पुलिस सुरक्षा के बीच रहता है पीड़ित

सीधी पेशाब कांड के पीड़ित के घर 24 घंटे पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं। वह जहां भी जाता है, गार्ड उसके साथ जाते हैं। पीड़ित ने बताया कि घटना के बाद से उसकी आरोपी परिवार के किसी सदस्य से मुलाकात नहीं हुई। उसे अब भी बस एक नौकरी की दरकार है, जिससे वह अपने परिवार का पेट पाल सके।

वायरल वीडियो पर मचा था बवाल

जुलाई में चर्चित सीधी पेशाब कांड का वीडियो वायरल हुआ था। घटना कुछ दिन पुरानी थी। वीडियो में आरोपी प्रवेश शुक्ला एक आदिवासी शख्स के चेहरे पर नशे में सिगरेट पीते हुए पेशाब कर रहा था। मामला वायरल होते ही भूचाल आ गया। आरोपी सीधी के बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ला का करीबी निकला, जिसके बाद तो सत्ताधारी दल पर हमले और तेज हो गए। आरोपी को उसके गांव कुबरी के पास से गिरफ्तार किया गया था। उसके विरूद्ध एससी/एसटी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया। इतना ही नहीं उसके घर के अवैध हिस्से पर बुलडोजर भी चलाया गया, जिस पर ब्राह्मण समुदाय की ओर से नाराजगी जाहिर की गई थी।

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पेशाब कांड के कारण ही कटा टिकट !

सीधी पेशाब कांड का असर ये हुआ कि सीधी से कई टर्म के विधायक केदारनाथ शुक्ला का बीजेपी ने टिकट काट दिया। उनकी जगह पर सीधी से बीजेपी सांसद रीति पाठक को मैदान में उतारा गया है। टिकट कटने पर नाराज शुक्ला ने निर्दलीय मैदान में ताल ठोंक दिया है और बीजेपी उम्मीदवार को हराने का दावा किया है।

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