महाराष्ट्र में भयानक हुए हालात: वीकेंड लॉकडाउन से काबू में नहीं कोरोना, जारी है कहर
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस का बढ़ता कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। हर दिन दोगुनी रफ्तार से मामले सामने
मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना वायरस का बढ़ता कहर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। हर दिन दोगुनी रफ्तार से मामले सामने आ रहे हैं। बिगड़ते हालातों को देखते हुए राज्य सरकार ने बीते रविवार को वीकेंड लॉकडाउन लगाने का ऐलान किया। जिसके तहत शनिवार और रविवार को महाराष्ट्र में थियेटर, रेस्टोरेंट्स, मॉल और बार पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। साथ ही बीते हफ्ते शुक्रवार को कैबिनेट सेक्रेटरी की अध्यक्षता में एक हाई लेवल मीटिंग भी हुई थी। लेकिन इस बैठक के बाद लॉकडाउन लगाए जाने को लेकर सरकार ने कोई संकते नहीं दिए थे। और रविवार को अचानक ही राज्य सरकार ने वीकेंड पर लॉकडाउन लगाने की घोषणा कर दी। अब ऐसा माना जा रहा है कि केंद्र सरकार वीकेंड लॉकडाउन के पक्ष में नहीं है।
वीकेंड लॉकडाउन ज्यादा असरदार नहीं
सूत्रों से सामने आई खबर के अनुसार, सरकार की दलील है कि कोरोना के संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए वीकेंड लॉकडाउन ज्यादा असरदार नहीं हैं। जिसके बारे में दो हफ्ते पहले ही केंद्र ने महाराष्ट्र सरकार को इस बारे में जानकारी दे दी थी। तो ऐसे में दावा किया है कि बीते दिनों हाई लेवल मीटिंग के दौरान सबसे ज्यादा समय महाराष्ट्र के ही कैबिनेट सेक्रेटरी को ही दिया गया था।
महाराष्ट्र में भयानक हुए हालात: वीकेंड लॉकडाउन से काबू में नहीं कोरोना, जारी है कहरबता दें, महाराष्ट्र में 15 मार्च को 16620 कोरोना के नए मामले आए थे। जोकि देश के नए मामलों के कुल 62.21 फीसदी हिस्सा था। उस समय केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव सीताराम कुंटे को पत्र लिखा था, जिसमें कहा गया था कि राज्य का ध्यान सख्त और प्रभावी नियंत्रण पर होना चाहिए, न कि लॉकडाउन लगाने पर।
२४ घंटे में एक लाख से ज्यादा नए मामले
इस पर उन्होंने लिखा था, 'रात के कर्फ्यू, वीकेंड लॉकडाउन जैसे उपायों का कोरोना के संक्रमण का बहुत सीमित प्रभाव पड़ता है। इसलिए जिला प्रशासन को सख्त और प्रभावी नियंत्रण की रणनीति पर ध्यान देना चाहिए।
वहीं बीते दिन सोमवार को भारत में २४ घंटे में एक लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए। इन राज्यों में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश और पंजाब सहित आठ राज्य है, जहां कोरोना के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। बता दें, 8 अप्रैल को पीएम मोदी कोरोना के ताजा स्थितियों पर राज्य मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करने वाले हैं।