Maharashtra Band : आज की बड़ी खबर, लखीमपुर हिंसा की आंच पहुंची महाराष्ट्र, 11 अक्टूबर को बंद का एलान

Maharashtra Band : उत्तर प्रदेश में भारी बढ़त बना चुकी कांग्रेस पार्टी ने अब महाराष्ट्र में भी इस मुद्दे को लेकर बीजेपी को घेरने का प्लान तैयार किया है।

Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2021-10-06 13:53 GMT

महाराष्ट्र बंद (फोटो- कांसेप्ट इमेज)

Maharashtra Band : लखीमपुर हिंसा को लेकर उत्तर प्रदेश में भारी बढ़त बना चुकी कांग्रेस पार्टी ने अब महाराष्ट्र (Maharashtra Band) में भी इस मुद्दे को लेकर बीजेपी को घेरने का प्लान तैयार किया है। महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस, एनसीपी (महाविकास अघाड़ी सरकार) ने 11 अक्टूबर को बंद का एलान किया है।

इससे पहले मंगलवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा था कि केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं है। यह घटना जलियांवाला बाग कांड की याद दिलाती है। शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' संपादकीय में लिखा था कि आजादी के अमृत महोत्सव पर किसानों का खून बहा, इसे आजादी का रक्तरंजित महोत्सव कहा जाए क्या? जिसके बाद अब महाविकास अघाड़ी गठबंधन महाराष्ट्र में बंद की घोषणा की है।

लखीमपुर खीरी में अभी क्या हालात हैं?

लखीमपुर खीरी में अभी ताजा हालात की बात करें तो वहां सभी किसानों का अंतिम संस्कार हो चुका है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी अपने नेताओं के साथ पीड़ित परिवार से मिलने पहुंच गए हैं।

तीन दिनों की लंबी लड़ाई के बाद बुधवार को यूपी सरकार ने विपक्ष के नेताओं को मिलने की इजाजत है। यूपी गृह विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि विपक्षी दल के 5 नेता लखीमपुर जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात कर सकते हैं।


आप के प्रतिनिधिमंडल ने की मुलाकात

कांग्रेस से पहले आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह अपने नेताओं के साथ पीड़ित किसान परिवार से मिलने पहुंचे। संजय सिंह को भी पुलिस ने हिरासत में ले रखा था। लेकिन सरकार ने अपना निर्णय बदला और अब नेताओं का पीड़ित किसान परिवारों से मिलने का सिलसिला शुरू हो गया है।

चारों किसानों के अंतिम संस्कार के बाद फैसला

यूपी सरकार ने विपक्षी नेताओं के लखीमपुर जाने पर इसलिए रोक लगा रखी थी कि उनके जाने से वहां माहौल बिगड़ सकता है। सरकार और किसानों के बीच हुई सुलह के बाद जब चारों किसानों का अंतिम संस्कार हो गया तो सरकार नेताओं को वहां जाने की पाबंदी को भी हटा दिया है। इससे पहले जिला प्रशासन को आशंका थी कि नेताओं के आने से यहां का माहौल बिगड़ सकता है।

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