शिवसेना चुनाव चिन्ह मिलने पर CM शिंदे ने जताई खुशी, उद्धव ठाकरे ने बताया 'चोर', जानें दोनों नेताओं ने और क्या कहा
Shiv Sena Bow And Arrow: आयोग द्वारा चुनाव चिन्ह पर फैसला अपने हक़ में दिए जाने के बाद सीएम शिंदे ने ख़ुशी जाहिर की, वहीं उद्धव ठाकरे ने शिंदे को चोर बताया है।
Shiv Sena Bow And Arrow: महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे गुट (Uddhav Thackeray) को बड़ा झटका लगा है। भारतीय चुनाव आयोग (EC) ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट (CM Eknath Shinde) को शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह 'धनुष-बाण' देने का फैसला किया। आयोग के इस फैसले से जहां शिंदे बहुत खुश हैं, वहीं उद्धव ठाकरे ने इस फैसले को लोकतंत्र के लिए घातक बताया। उद्धव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिंदे गुट पर हमला बोला। उन्होंने कहा, 'पार्टी की चोरी शिंदे को हजम नहीं होगी। सुप्रीम कोर्ट में जीत हमारी ही होगी।'
वहीं, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने चुनाव आयोग (Election Commission) के फैसले पर खुशी जाहिर की। शिंदे ने कहा, 'ये बालासाहेब ठाकरे (Balasaheb Thackeray) की विचारधारा की जीत है।' गौरतलब है कि, आज भारतीय चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को 'वास्तविक शिवसेना' के रूप में मान्यता दी। उन्होंने EC के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, 'मैं निर्वाचन आयोग को धन्यवाद देता हूं। लोकतंत्र में बहुमत का महत्व होता है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ये भी कहा कि, यह बालासाहेब की विरासत की जीत है। हमारी शिवसेना ही वास्तविक है।'
शिंदे बोले- बहुमत हमारे साथ है
एकनाथ शिंदे ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'हमने बाला साहेब के विचारों को ध्यान में रखते हुए पिछले साल महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ सरकार बनाई। सीएम एकनाथ शिंदे ने ये भी कहा, कि यह हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे और धर्मवीर आनंद दिघे (Dharamveer Anand Dighe) के विचारों की जीत है। ये जीत शिवसेना सांसदों, विधायकों तथा पदाधिकारियों की है। शिंदे ने आगे कहा, लोकतंत्र में बहुमत का महत्व है। बहुमत हमारे साथ है।'
...तो कोई भी पूंजीपति MLA-MP को खरीद सकता है
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग के फैसले के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। उन्होंने कहा, हम सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर करेंगे। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, 'हमारी लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है। मैंने अनुरोध किया था कि इलेक्शन कमीशन को शीर्ष अदालत के फैसले से पहले अपना निर्णय नहीं देना चाहिए। यदि पार्टी का वजूद विधायकों और सांसदों की संख्या के आधार पर तय होता है, तो कोई भी पूंजीपति एमएलए, सांसद को खरीद सकता है और मुख्यमंत्री बन सकता है।'
उद्धव ठाकरे बोले- हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे
उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग के फैसले को लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताया। उन्होंने कहा, 'हम निश्चित तौर पर इलेक्शन कमीशन के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। हमें यकीन है कि शीर्ष अदालत इस आदेश को रद्द कर देगा और 16 विधायक सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोग्य ठहराए जाएंगे।'
'महाराष्ट्र में मोदी नाम काम नहीं करता'
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उद्धव ठाकरे के चेहरे पर तिलमिलाहट और शब्दों में सख्ती दिखी। उन्होंने कहा, कि 'उन्हें (शिंदे गुट) पहले बालासाहेब को समझना चाहिए। उन्हें पता चल गया है कि महाराष्ट्र में 'मोदी' नाम काम नहीं करता है। इसलिए उन्हें अपने फायदे के लिए बालासाहेब का मुखौटा चेहरे पर लगाना होगा।'