Maharashtra: महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन में खींचतान तेज, कांग्रेस ने खोला एनसीपी के खिलाफ मोर्चा
Maharashtra Politics: नाना पटोले ने आरोप लगाया है कि एनसीपी राज्य में कांग्रेस को लगातार कमजोर बनाने की कोशिश में जुटी हुई है। अब यह मामला सोनिया गांधी के दरबार तक पहुंच गया है।
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी गठबंधन (Maha Vikas Aghadi Govt) में खींचतान तेज हो गई है। विपक्ष के हमलों का सामना कर रही उद्धव सरकार (Uddhav Thackeray Government) के लिए इसे संकट का बड़ा कारण माना जा रहा है। दरअसल, गठबंधन में शामिल दो दलों कांग्रेस (Congress) और एनसीपी (NCP) के बीच सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। कांग्रेस एनसीपी नेताओं के रवैए से काफी दिनों से नाराज चल रही है और अब पार्टी ने खुलकर एनसीपी पर बड़ा आरोप लगाया है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष (Maharashtra Pradesh Congress Committe President) नाना पटोले (Nana Patole) ने आरोप लगाया है कि एनसीपी राज्य में कांग्रेस को लगातार कमजोर बनाने की कोशिश में जुटी हुई है। अब यह मामला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) के दरबार तक पहुंच गया है और इस बात की पुष्टि खुद नाना पटोले ने ही की है। उनका कहना है कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को महाराष्ट्र (Maharashtra) के सियासी हालात की पूरी जानकारी दे दी है।
एनसीपी पर कांग्रेस को कमजोर बनाने का आरोप
महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने शरद पवार (Sharad Pawar) की एनसीपी के खिलाफ खुलकर बयान देते हुए कई आरोप लगाए। नागपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान नाना पटोले ने कहा कि यदि पिछले ढाई साल के समय को देखा जाए इस बात की पुष्टि होती है कि एनसीपी के नेता लगातार कांग्रेस को कमजोर बनाने की साजिश में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जिला परिषदों और निकायों में कांग्रेस प्रतिनिधियों को विभिन्न दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें विकास के काम के लिए फंड नहीं दिया जा रहा है और इसके पीछे एनसीपी के नेताओं की ही बड़ी भूमिका है। इसके पीछे भी कांग्रेस को कमजोर बनाने की सोच ही जिम्मेदार है।
कांग्रेस को तोड़ने में जुटी है एनसीपी
पटोले ने कहा कि इसके साथ ही एनसीपी की ओर से कांग्रेस में तोड़फोड़ की कोशिश भी की जा रही है। अपनी बात को पुष्ट करने के लिए उन्होंने भिवंडी-निजामपुर का उदाहरण भी दिया। उन्होंने कहा कि हाल में कांग्रेस के 19 पार्षदों को तोड़कर एनसीपी में शामिल किया गया है। सहयोगी दल की ओर से की जा रही इस कार्रवाई को स्वीकार नहीं किया जा सकता।
गोदिया जिला परिषद के अध्यक्ष के चुनाव का जिक्र करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वहां एनसीपी ने भाजपा से हाथ मिला लिया। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि उदयपुर में हाल में हुए तीन दिवसीय चिंतन शिविर के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष को एनसीपी की ओर से की जा रही इन करतूतों की पूरी जानकारी दी जा चुकी है।
सत्तारूढ़ गठबंधन में आंतरिक कलह तेज
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से खुलकर लगाए गए इन आरोपों से साफ हो गया है कि महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी गठबंधन में अंदरूनी कलह लगातार बढ़ती जा रही है। कांग्रेस नेताओं की ओर से पहले भी एनसीपी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए जाते रहे हैं।
पिछले दिनों कांग्रेस के कई विधायकों ने इस बाबत दिल्ली जाकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से शिकायत भी की थी। उनका कहना था कि एनसीपी के नेताओं का रवैया कांग्रेस को लगातार कमजोर बनाने का है। उन्होंने कांग्रेस प्रतिनिधियों के साथ सौतेला बर्ताव करने का आरोप भी लगाया था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले भी अब इस मुद्दे पर आक्रामक हो गए हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को ही इस बाबत फैसला लेना है।
उद्धव ठाकरे की मुसीबतें बढ़ीं
2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना ने हाथ तो जरूर मिला रखा है मगर तीनों दलों का आपसी सामंजस्य बिगड़ता दिख रहा है। हाल के दिनों में भाजपा ने भी हिंदुत्व के मुद्दे पर आक्रामक रणनीति अपनाकर शिवसेना की मुसीबतें बढ़ा दी हैं।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के मुखिया राज ठाकरे ने पहले ही उद्धव सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। ऐसे में गठबंधन में शामिल दोनों दलों के बीच बढ़ती खींचतान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के लिए मुसीबत बढ़ाने वाली साबित हो रही है।
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