Rahul Gandhi on Savarkar: सर मैं आपका नौकर रहना चाहता हूं..! राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पढ़ी सावरकर की चिट्ठी

Rahul Gandhi on Savarkar: राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में 'भारत जोड़ो यात्रा' के दौरान दामोदर सावरकर पर हमला बोला। अपने बयान में उन्होंने बीजेपी, आरएसएस और फडणवीस को घेरा।

Written By :  aman
Update: 2022-11-17 10:07 GMT

राहुल गांधी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दामोदर सावरकर की चिट्ठी दिखाते हुए (Social Media) 

Rahul Gandhi on Savarkar: कांग्रेस सांसद और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों 'भारत जोड़ो यात्रा' (Bharat Jodo Yatra) पर निकले हुए हैं। इसी क्रम में आजकल उनकी यात्रा महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों से गुजर रही है। राहुल ने गुरुवार (17 नवंबर) को यात्रा के बीच एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। जिसमें एक बार फिर विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) पर हमला बोला। उन्होंने सावरकर पर अपने पहले दिए बयान को दोहराया। इस दौरान राहुल गांधी ने सावरकर की चिट्ठी भी पढ़कर सुनाई जो, तब अंग्रेज को लिखी गई थी।  

राहुल गांधी के 'भारत जोड़ो यात्रा' का महाराष्ट्र में आज 11वां दिन है। राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सावरकर की चिट्ठी पढ़ी। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से कहा, 'मेरे पास सावरकर जी की चिट्ठी है। ये खत उन्होंने अंग्रेज अधिकारी को लिखी थी। आज मैं उसे पढ़कर सुनाता हूं। जिसमें उन्होंने लिखा है, 'सर मैं आपका नौकर रहना चाहता हूं। ये आप पढ़ लीजिए। देख लीजिए। चाहें तो देवेंद्र फडणवीस जी भी ये देख लें। मोहन भागवत जी को भी दिखाएं। इस चिट्ठी से यह साफ है कि दामोदर सावरकर जी ने अंग्रेजों की मदद की।'

'गांधी, नेहरू, पटेल सभी जेल गए मगर, सावरकर तो..'

वीर सावरकर को लेकर राहुल गांधी का हमलावर रुख जारी रहा। उन्होंने कहा, 'इस चिट्ठी पर सावरकर जी के दस्तखत हैं। गांधी जी, नेहरू जी और पटेल जी भी जेल में रहे। कभी किसी ने ऐसी चिट्ठी पर साइन नहीं की। महाराष्ट्र की सत्ता में बैठे एक नेता ने कहा कि, इस यात्रा को रोक देना चाहिए। मैंने ये तो नहीं कहा न कि उस नेता को ऐसा बोलने ना दो। उनका ऐसा बोलना बंद करवाओ। अब ये तो सरकार को तय करना है।'

राहुल- 'डर ना दिखाएं, इस यात्रा रोक कर दिखाएं'

राहुल गांधी ने आगे कहा, 'अगर उन्हें (बीजेपी) ये लगता है कि भारत जोड़ो यात्रा से देश को नुकसान हो रहा है, तो रोक कर दिखाएं। उन्होंने कहा, हमारे साथ लाखों कार्यकर्ता हैं। अगर, आप में हिम्मत है तो यात्रा रोक कर दिखाएं। यही फर्क है, हमारी राजनीति और बीजेपी की राजनीति में। भारतीय जनता पार्टी जुबान पर लगाम लगा रही है। हम तानाशाही नहीं करते हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कहते हैं, आपके अलग विचार हो सकते हैं और हमारे अलग। लेकिन, हम अलग-अलग विचारों के साथ इस देश में रह सकते हैं।'

'BJP का तरीका तानाशाही, हम लोकशाही वाले'

राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, 'भारत जोड़ो यात्रा के पीछे हमारा कोई स्वार्थ नहीं है। सितंबर महीने में हमने इस यात्रा की शुरुआत की थी। ये यात्रा कन्याकुमारी से श्रीनगर तक लेकर जाएंगे। इसके पीछे हमारा मकसद चुनाव जीतने या किसी और चीज का नहीं है। ये यात्रा हमारे काम करने के तरीके को बताता है। उन्होंने कहा, बीजेपी का अप्रोच नफरत से भरा है। वो डर फैलाते हैं। उनका तरीका तानाशाही वाला है। जबकि हमारा लोकशाही है। हमारे इस यात्रा की कोशिश देश को ये बताना है कि अपनी बात सुनाने का यही एक तरीका नहीं है। एक और है।'

'भारत जोड़ने की क्या जरूरत है?' राहुल ने ये कहा

प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी से एक सवाल पूछा गया कि, 'भारत जोड़ने की क्या जरूरत है, अगर भारत टूटा ही नहीं है? इस पर राहुल बोले, 'बीजेपी के नेता किसानों-युवाओं से बात नहीं कर रहे। देश में बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। किसानों को उनकी फसल के सही दाम नहीं मिल रहे हैं। इसलिए हमने भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत की है। अगर, लोगों को नहीं लगता कि इस यात्रा की जरूरत है, तो लाखों लोग इस यात्रा में शामिल होने के लिए घर से बाहर नहीं निकलते।'

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