Maharashtra: महाराष्ट्र सरकार का बड़ा फैसला, फोन उठाने पर सरकारी अफसर हैलो की जगह बोलेंगे वंदे मातरम
Maharashtra News: मुनगंटीवार ने राज्य में इस अनोखी योजना को शुरू करने का फैसला किया है और उनका मानना है कि यह योजना इतनी बेहतरीन है कि धीरे-धीरे इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा।
Maharashtra News: आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में महाराष्ट्र सरकार ने एक अनूठी योजना को मूर्त रूप देने का फैसला किया है। राज्य की शिंदे सरकार के नए मंत्री सुधीर मुनगंटीवार का कहना है कि अब राज्य के सरकारी अफसर और कर्मचारी फोन उठाने के बाद हैलो नहीं बल्कि वंदे मातरम बोलेंगे। महाराष्ट्र में रविवार को हुए विभागों के बंटवारे में मुनगंटीवार को सांस्कृतिक मामलों का मंत्री बनाया गया है।
अब मुनगंटीवार ने राज्य में इस अनोखी योजना को शुरू करने का फैसला किया है और उनका मानना है कि यह योजना इतनी बेहतरीन है कि धीरे-धीरे इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। उनका कहना है कि हैलो में अंग्रेजी छाप दिखाई पड़ती है। इसलिए आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में हमें इस शब्द का त्याग करके वंदे मातरम को अपनाना होगा।
अंग्रेजों ने दिया हमें हैलो शब्द
मुनगंटीवार ने कहा कि राज्य सरकार ने यह बड़ा फैसला लिया है और इस संबंध में जल्द ही नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूरे देश में अभी तक लोग फोन उठाने पर हैलो शब्द का ही इस्तेमाल करते हैं। मंत्री ने कहा कि मैं भी इसका अपवाद नहीं हूं क्योंकि मैं भी अभी तक इसी शब्द का इस्तेमाल करता रहा हूं। अब इस शब्द से हमें परहेज करना चाहिए क्योंकि यह अंग्रेजों की ओर से दिया गया शब्द है।
उन्होंने कहा कि अंग्रेज तो 1947 में ही इस देश को छोड़ कर चले गए मगर अंग्रेजों की ओर से दिए गए शब्दों की छाप अभी तक देश में दिख रही है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के स्वाधीनता संग्राम सेनानियों ने वंदे मातरम का उद्घोष करते हुए अंग्रेजों को इस देश से खदेड़ा था। इसलिए बेहतर होगा कि हम हैलो शब्द की जगह वंदे मातरम शब्द का उपयोग करें और इसके जरिए अपने स्वतंत्रता सेनानियों को भी याद करें।
महाराष्ट्र में आज से लागू होगा आदेश
मुनगंटीवार ने कहा कि राज्य के संस्कृति मंत्री के रूप में मैंने पहला यह बड़ा फैसला लिया है। अब आगे से राज्य में कोई भी सरकारी अफसर या कर्मचारी हैलो का इस्तेमाल नहीं करेगा बल्कि उसकी जगह वंदे मातरम शब्द बोलेगा। उन्होंने कहा कि यह आदेश आज 15 अगस्त से ही लागू हो जाएगा।
उन्होंने लोगों से भी अपील की कि उन्हें भी इस पर अमल करना चाहिए और इसके जरिए हम आजादी के नायकों को अपनी ओर से श्रद्धांजलि देने में कामयाब होंगे। उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि इस अभियान का व्यापक असर दिखेगा।
पूरे देश में योजना लागू होने की उम्मीद
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में घर-घर तिरंगा अभियान छेड़ रखा है और इसे पूरे देश में व्यापक समर्थन हासिल हुआ है। इसी कड़ी में हमने महाराष्ट्र में यह बड़ी पहल शुरू करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि राज्य के सांस्कृतिक विभाग की ओर से इस बाबत अभियान छेड़ा जाएगा और इसे 15 अगस्त से अगले साल 26 जनवरी तक लागू किया जाएगा।
इस अभियान का व्यापक असर दिखने की संभावना है और उम्मीद है कि काफी संख्या में लोग इसे व्यवहार के रूप में अपना लेंगे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में यह बड़ी पहल शुरू की जा रही है और हमें पूरी उम्मीद है कि जल्द ही इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बात की पूरी उम्मीद है कि लोग इस अभियान का खुलकर समर्थन करेंगे।