Maharashtra News: सुप्रीम कोर्ट से उद्धव ठाकरे को मिली बड़ी राहत, शिंदे गुट को अभी ट्रांसफर नहीं होगी शिवसेना की संपत्ति

Maharashtra News: यह याचिका मुंबई के एक वकील आशीष गिरी ने दायर की थी। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की पीठ ने इस पर आज सुनवाई करते हुए याचिकाकर्ता से कहा कि यह किस तरह की याचिका है और इसे दायर करने वाले आप कौन हैं ? कोर्ट ने कहा कि यह याचिका विचार करने योग्य नहीं है, इसलिए इसे खारिज किया जाता है।

Update: 2023-04-28 14:52 GMT
Shiv Sena property in Maharashtra (Photo: Social Media)

Maharashtra News: महाराष्ट्र में जारी सियासी हलचल के बीच शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। अदालत ने शिवसेना की चल-अचल संपत्ति शिंदे गुट को ट्रांसफर करने का आदेश देने से मना कर दिया है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर मांग की गई थी कि ठाकरे गुट को पार्टी की चल-अचल संपत्ति ट्रांसफर करने पर रोक लगा दी जाए और सारी संपत्ति सीएम एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाले गुट को हस्तांरित कर दी जाए।

सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने की सुनवाई

यह याचिका मुंबई के एक वकील आशीष गिरी ने दायर की थी। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस पीएस नरसिम्हा की पीठ ने इस पर आज सुनवाई करते हुए याचिकाकर्ता से कहा कि यह किस तरह की याचिका है और इसे दायर करने वाले आप कौन हैं ? कोर्ट ने कहा कि यह याचिका विचार करने योग्य नहीं है, इसलिए इसे खारिज किया जाता है। याचिकाकर्ता आशीष गिरी ने कहा थाकि यह याचिका उच्चतम न्यायालय में इसलिए दायर की गई है।

क्योंकि उसने ठाकरे तथा शिंदे गुट के बीच विवादों से जुड़ी कई याचिकाओं पर सुनवाई की है। उन्होंने चुनाव आयोग के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि शिवसेना की सारी संपत्तियां शिंदे गुट को हस्तांरित की जानी चाहिए। जिसे शीर्ष अदालत ने खारिज कर दिया।

सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है मामला

पिछले साल यानी जून 2022 में शिवसेना जब दो फाड़ हुई थी, तब से दोनों गुट सुप्रीम कोर्ट में लड़ रहे हैं। 16 मार्च को शीर्ष अदालत ने उद्धव ठाकरे गुट और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट की ओर से एक दूसरे के खिलाफ दायर याचिकाओं पर फैसला सुरक्षित रख लिया था। ऐसे में माना जा रहा है कि जिस दिन भी कोर्ट का फैसला आएगा, महाराष्ट्र सरकार के सियासी भविष्य के लिए वो काफी अहम दिन होगा।

सुप्रीम कोर्ट के अलावा दोनों गुटों के बीच चुनाव आयोग में भी लड़ाई चली थी। जहां सीएम शिंदे के गुट ने ठाकरे गुट को पटखनी दे दी। आयोग ने शिंदे गुट को असली शिवसेना मानते हुए पार्टी का चुनाव – चिह्न धनुष बाण उन्हें दे दिया। ये मामला भी फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।

शरद पवार के बयान ने बढ़ायी सियासी सरगर्मी

शिवसेना के बाद महाराष्ट्र की एक और बड़ी रीजनल पार्टी एनसीपी में टूट को लेकर कयासों का बाजार काफी गर्म है। पिछले दिनों मीडिया में ऐसी चर्चा जोरों पर थी कि शरद पवार के भतीजे और पूर्व डिप्टी सीएम अजीव पवार अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल होने वाले हैं। हालांकि, बाद में उन्होंने इसका पुरजोर खंडन किया था। अब एनसीपी चीफ शरद पवार ने एक बयान देकर सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है।

गुरूवार को उन्होंने कहा कि अब रोटी पलटने का वक्त आ गया है। पार्टी के एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि अगर सही समय पर रोटी न पलटी जाए तो वो कड़वी हो जाती है। शिवसेना ने कहा कि पवार की यह टिप्पणी उनके भतीजे को लेकर है। आने वाले दिनों में अजीत पवार को एनसीपी में दरकिनार कर दिया जाएगा।

Tags:    

Similar News