Meerut News: राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा- बहू पढ़ी लिखी और नौकरी वाली चाहिए तो बेटी को भी पढ़ाना होगा
Meerut News: महिला सशक्तिकरण के लिए हुनर से रोजगार कार्यक्रम में आनंदी बेन पटेल ने कहा- आपको तो मार्गदर्शन करने की आवश्यकता ही नहीं है आप तो खुद आगे बढ़ रही हैं।
Meerut News: मेरठ के सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में रविवार को महिला सशक्तिकरण के लिए हुनर से रोजगार कार्यक्रम में कुलाधिपति एवं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं। उन्होंने कहा कि सबसे पहले हम लोगों ने प्रदर्शनी देखी। इससे लगा कि आपको मार्गदर्शन की जरूरत ही नहीं है। आप तो खुद आगे बढ़ रही हैं। इतनी प्रकार की चीजे थीं वहां। इतने प्रकार का व्यंजन था। प्रधानमंत्री ने श्री अन्न के बारे में दुनिया के नेताओं को कल-परसों ही बताया, लेकिन आपने तो श्री अन्न के उत्पाद बनाने शुरू कर दिए।
लेकिन महिला को घर से बाहर नहीं भेजते थे
राज्यपाल ने कहा कि 10 से 15 साल से महिलाएं धीरे-धीरे घर से बाहर निकल रहीं हैं। पहले पढ़ी लिखी महिलाएं थीं, लेकिन सोच थी कि मेरी बेटी, बहू घर से बाहर नहीं जाएगी। घर में भलेही खाना ना हो लेकिन महिला को घर से बाहर नहीं भेजते थे। सोचते थे कि बेटी को पढ़ाएंगे तो नौकरी मिलने पर उसकी तनख्वा भी उसके ससुराल वाले रखेंगे। अपने घर में कमाने वाली बहू आए, लेकिन बेटी को नहीं पढ़ाएंगे। लेकिन अब सोच बदली है, अब बहू पढ़ी लिखी और नौकरी वाली चाहिए तो बेटी को भी पढ़ाना होगा। यहीं सोचकर समाज में अब बेहतर हो रहा है।
दीक्षांत समारोह में 80 फीसदी मेडल बेटियां ले जाती हैं
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि बेटे को सरकारी स्कूल और बेटे को प्राइवेट स्कूल में भेजने का सिलसिला कुछ सालों से बंद हुआ है। यूपी में 32 यूनिवर्सिटी हैं। दीक्षांत समारोह में 80 फीसदी मेडल बेटियां ले जाती हैं जबकि पब्लिक स्कूल वाले बेटे 20 फीसदी में रह जाते हैं। बेटे और बेटियों को समान अधिकार देने हैं। भेदभाव नहीं करना है। बेटियां अपना कौशल दिखा रही हैं। वे घर से बाहर निकली हैं और कमाकर ला रही हैं।
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हर महिला में हुनर है, कौशल है
कुलाधिपति ने कहा कि हर महिला में हुनर है, कौशल है। जब तक मोदी प्रधानमंत्री नहीं बने तब तक महिलाओं को शौचालय नहीं मिले। घर में शौचालय नहीं था। नौ करोड़ उज्जवला सिलेंडर पहुंचा है। महिलाओं के नाम पर संपत्ति हो तो ताकत मिलती है। जब तक महिलाएं आत्मनिर्भर ना हों तो जीना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। महिलाओं की ताकत और कौशल देश के काम आनी चाहिए। कार्यक्रम में कृषि शिक्षा मंत्री सूर्यप्रताप शाही, केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान, कुलपति केके सिंह सही विभिन्न जिलों से महिला उद्यमी मौजूद रहीं। इससे पहले प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सरदार बल्लभ भाई पटेल यूनिवर्सिटी में हुनर से रोजगार कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
महिला सशक्तिकरण हेतु हुनर से रोजगार कार्यक्रम की शुरुआत राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, कृषि शिक्षा मंत्री सूर्य प्रताप शाही और राज्यमंत्री संजीव बालियान ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। महामहिम ने प्रदर्शनी देखी और महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पाद देखे और उत्पाद के बारे में जानकारी ली। शिरकत से पहले विवि में सरदार पटेल की मूर्ति पर माल्यार्पण किया।
इनकी लगाई गई है प्रदर्शनी
यहां लगाए गए स्टॉल में महिलाओं द्वारा बनाए गए हैंडीक्राफ्ट, अचार, मुरब्बे, गाय के गोबर से दिए, वॉल हैंगिग, जूट के समान आदि की प्रदर्शनी लगाई गई। मिलेट्स को लेकर विशेष खाद्य पदार्थ, सांवे के चावल की खीर आदि को भी प्रदर्शित किया गया।