Meerut News: पश्चिमी यूपी में खुद सीएम बहा रहे पसीना, 2024 लोकसभा पर है नजर
Meerut News: बीजेपी निकाय चुनाव को लेकर कितना अधिक गंभीर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री योगी पश्चिमी यूपी के शहरों और गांवों में जनसभा कर रहे हैं। वो अभी तक मुख्यमंत्री आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद सहारनपुर, शामली, अमरोहा और मुरादाबाद में जनसभा कर चुके हैं।
Meerut News: यूपी में निकाय चुनाव के लिए सियासत चरम पर है। बीजेपी तो निकाय चुनाव को हर हालत में जीतने की तैयारी में जुटी है। यही कारण है कि प्रदेश सरकार और संगठन से जुड़े छोटे-बड़े तमाम नेताओं के अलावा खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निकाय चुनाव में जीत के लिए पसीना बहा रहे हैं। बीजेपी के लिए पश्चिमी यूपी इसलिए भी खास है क्योंकि 2019 के लोकसभा और 2017 के निकाय चुनाव में वेस्ट यूपी बीजेपी के लिए कमजोर कड़ी साबित हुआ था। सो, निकाय चुनाव जिसको लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है, बीजेपी जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है।
सीएम फिर पांच मई को मेरठ मंडल के चार जिलों के दौरे पर
बीजेपी निकाय चुनाव को लेकर कितना अधिक गंभीर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री योगी पश्चिमी यूपी के शहरों और गांवों में जनसभा कर रहे हैं। वो अभी तक मुख्यमंत्री आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद सहारनपुर, शामली, अमरोहा और मुरादाबाद में जनसभा कर चुके हैं। वहीं मेरठ समेत वेस्ट यूपी के बाकी जिलों में उनके कार्यक्रम तेजी से तय किये जा रहे हैं। तय कार्यक्रम के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पांच मई को मेरठ मंडल के चार जिलों के दौरे पर रहेंगे। हापुड़ से चुनावी दौरा शुरू करेंगे। हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर के बाद गाजियाबाद में चुनावी सभा को संबोधित कर लखनऊ लौट जाएंगे। मेरठ में जिमखाना मैदान में दोपहर करीब 1.30 बजे जनसभा को संबोधित करेंगे।
2017 के निकाय चुनाव में हार से लिया सबक
राजनीतिक जानकारों की मानें तो पश्चिमी यूपी में योगी आदित्यनाथ मात्र निकाय चुनाव में हासिल करने के लिए ही पसीना नहीं बहा रहे हैं। बल्कि निकाय चुनाव के बहाने लगे हाथ वे 2024 के लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए फील्डिंग सजा रहे हैं। यहां बता दें कि 2017 के निकाय चुनाव में मेरठ और अलीगढ़ नगर निगम में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा पश्चिमी यूपी में ही कई जगह बीजेपी नगर पालिका और नगर पंचायत अध्यक्ष चुनाव हार गई थी। इसके करीब दो साल बाद हुए 2019 के लोकसभा चुनाव में भी पश्चिमी यूपी की सहारनपुर, बिजनौर, नगीना, अमरोहा, संभल, मुरादाबाद, रामपुर लोकसभा सीट बीजेपी हारी थी।