पीएम मोदी ने दी बधाई
पीएम ने तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ट्वीटर पर बधाई देते हुए मंगलजीवन की कामना की है। क्या लिखा है मोदी ने बधाई संदेश में देखे।
जीवन की शुरुआत
संध्या और जयराम की बेटी जयललिता का जन्म 24 परवरी 1948 को मैसूर में एक अय्यर परिवार में हुआ था। जयाललिता का पूरा नाम जयललिता जयराम है। मात्र 2साल की उम्र में उनके पिता उनकी माता को छोड़कर चले गए थे। बचपन से देखी गरीबी ने उन्हें हर परिस्थिति से लड़ने की ताकत दी है। कठिन से कठिन घड़ी में उन्होंने चाहे राजनीति हो या सिनेमा में खुद को स्थापित किया।
बैंगलोर में पढ़ाई करने के बाद वे मां के साथ मद्रास आ गई थीं। यहीं से उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। उन्होंने जाने माने निर्देशक श्रीधर की फिल्म वेन्नीरादई से से अपना करियर शुरू किया। राजनीति की तरह ही उनका फिल्मी करियर भी शानदार था। हिंदी फिल्म इज्जत में धर्मेंद्र के साथ भी काम किया है़ और तमिल के अलावा तेलुगु, कन्नड़ और हिन्दी फिल्मों में भी काम किया है। उन्होंने लगभग 300 फिल्मों में काम किया।जयललिता ने धर्मेंद्र सहित कई अभिनेताओं के साथ काम किया, लेकिन उनकी ज्यादातर फिल्में शिवाजी गणेशन और एमजी रामचंद्रन के साथ ही आईं।अपने शानदार फिल्मी करियर के बाद जयाललिता ने अपना ध्यान राजनीति में लगा दिया।
प्यार ने खींचा राजनीति की ओर
1982 में एआईएडीएमके की सदस्यता लेने के बाद पहली बार जयललिता राजनीति में आईं। उनका राजनीति में आना संयोग नही था, बल्कि फिल्मों में उनके साथी कलाकार, तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और एआईएडीएमके के संस्थापक रामचंद्रन के कारण हुआ। एम जी रामाचंद्रन के साथ नजदीकियों ने उन्हें राजनीति में स्थापित होने में मदद की। साल 1983 में जयललिता की नियुक्ति पार्टी के प्रचार सचिव के रूप में हुई। वर्ष 1984 में जयललिता राज्य सभा की सदस्या निर्वाचित हुईं। पार्टी के संस्थापक रामचंद्रन के बीमार पड़ने के बाद जयललिता ने पार्टी में उनका स्थान ले लिया।
कम उम्र की मुख्यमंत्री
साल 1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद देश में कांग्रेस गठबंधन सरकार ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। इनमें जयललिता ने भी भारी मत से जीत दर्ज की और तमिलनाडू की मुख्यमंत्री बनाई गईं। तमिलनाडु की अब तक की सबसे कम उम्र में मुख्यमंत्री का खिताब भी जयललिता के ही नाम है। उन्होंने 4 बार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनी हैं।
उनसे जुड़ी इंटररेस्टिंग खबर
-जया को साड़ियों और गहनों का बहुत शौक है।
-राजसी ठाठ से रहने वाली जया के पास साड़ियों से भरी सैकड़ों अलमारियां हैं।
-इन्हें तमिलनाडु में आयरन लेडी और मार्गरेट थैचर भी कहा जाता है।
-अपने दत्तक पुत्र की शादी में खुले हाथ से खर्च करने कारण सुर्खियों में आई थीं।
- यह शादी उस समय तक देश की सबसे महंगी शादी थी।
प्यार के लिए नहीं की शादी
-अविवाहित जया एक खास रंग की साड़ी ही ज्यादातर पहनती हैं।
-कहा जाता है रामचंद्रन और वे एक-दूसरे को पसंद करते थे।
-लेकिन रामचंद्रन शादीशुदा थे, इसलिए दोनों का प्यार परवान नहीं चढ़ पाया।
विवादों से रहा संबंध
-उनपर भूमि घोटाले और आय से अधिक संपत्ति रखने जैसे गंभीर आरोप लगे।
-साल 2001 में सरकारी जमीन हथियाने के चक्कर में 5साल की सजा भी सुनाई गई।
-इस सजा के विरोध में जयललिता ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की।
सम्मान भी मिला
-साल1972 में तमिलनाडु सरकार द्वारा जयललिता को कलईममानी अवार्ड दिया गया।
-साल1991 में मद्रास यूनिवर्सिटी द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि दी गई।
-1992 में डॉ. एम.जी.आर यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंस द्वारा जयललिता को डॉक्टरेट की उपाधि दी गई।
-जयललिता विविध प्रतिभासंपन्न महिला हैं।
-उन्हें मोहिनी अट्टम, कथकली जैसे नृत्यों का भी बहुत अच्छा ज्ञान है।
-वो अंग्रेजी समेत दक्षिण भारत की लगभग हर भाषा को बोल और समझ लेतीहैं।
-उन्हें पढ़ने, लिखने, तैराकी, घुड़सवारी का भी शौक है।
-उनके अंग्रेजी और तमिल भाषा में लिखे लेख और नॉवेल अब तक प्रकाशित हो चुके हैं।
स्लाइड्स में देखिए जयललिता की जिंदगी के 68 सालों के सफर की फोटो
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