नई दिल्ली: अभी तक आपने एडवेंचर्स के कई किस्से सुने होंगे। लेकिन आज हम आपको एक रियल एडवेंचर्स के बारे में बताने जा रहे है। दरअसल ये मामला इंडोनेशिया के एक 18 साल के लड़के से जुड़ा हुआ है। जो सुदूर समुद्र में करीब 49 दिनों तक अकेले ही जिंदा रहा। इस दौरान बिना पैडल- इंजन वाली उसकी नाव हजारों किमी का सफर करती रही। उसने जिंदा रहने के लिए जुगाड़ से खाने का इंतजाम किया। उसे पनामा के एक जहाज ने रेस्क्यू किया। इस तरह उसकी जान बच पाई।
ये है पूरा मामला
एल्दी नॉवेल (18) इंडोनेशिया का रहने वाला है। वह लाइटमैन के रूप में मछली मारने वाली नाव पर ही काम करता था। एक दिन वह अपने देश के समुद्र तट से करीब 125 किमी की दूरी पर मछली मारने वाली नाव पर था। इसी दौरान आंधी की वजह से उसकी नाव की रस्सी खुली गई। इसके बाद उसकी नाव हजारों किमी दूर गुआम पहुंच गई।
लड़के ने बताया कि इससे पहले उसने कई जहाजों को देखा और मदद के लिए आवाज लगाई। लेकिन उसे मदद नहीं मिली। वह समुद्र में करीब 49 दिनों तक अकेले ही जिंदा रहा। इस दौरान बिना पैडल या इंजन वाली उसकी नाव हजारों किमी का सफर करती रही। जिंदा रहने के लिए जुगाड़ से खाने का इंतजाम किया था।
इंडोनेशिया के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि 18 साल के लड़के को बचा लिया गया है। उसने खाने के लिए अपनी ही नाव की लकड़ियों को जलाकर मछली पकाया। कई बार वह नाव पर अकेले में रोने लगता था।